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यह मिठाई है बेहद खास, लाजवाब इसका स्वाद, ठंड में इसे खाने के हैं बड़े फायदे

सर्दी बढ़ते ही लोगों के खाने का स्वाद भी बदलने लगा है। सर्दियों की कड़ाके की ठंड शुरू होते ही मिठाइयों के प्रकार भी बदल जाते हैं। जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती है, गजक की मांग अचानक बढ़ जाती है, लेकिन लोग गजक को न सिर्फ स्वाद के लिए खाना पसंद करते हैं, बल्कि यह सेहत के लिए भी कई तरह से फायदेमंद साबित होती है। इसका प्रभाव सर्दी के मौसम में शरीर को गर्म रखता है। यही कारण है कि यह बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक काफी लोकप्रिय है।
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यह मिठाई है बेहद खास, लाजवाब इसका स्वाद, ठंड में इसे खाने के हैं बड़े फायदे

सर्दी बढ़ते ही लोगों के खाने का स्वाद भी बदलने लगा है। सर्दियों की कड़ाके की ठंड शुरू होते ही मिठाइयों के प्रकार भी बदल जाते हैं। जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती है, गजक की मांग अचानक बढ़ जाती है, लेकिन लोग गजक को न सिर्फ स्वाद के लिए खाना पसंद करते हैं, बल्कि यह सेहत के लिए भी कई तरह से फायदेमंद साबित होती है। इसका प्रभाव सर्दी के मौसम में शरीर को गर्म रखता है। यही कारण है कि यह बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक काफी लोकप्रिय है।

अपनी कई विविध संस्कृतियों और परंपराओं के अलावा, रामपुर शहर अपने भोजन के लिए भी बहुत लोकप्रिय है। यहां आपको कई ऐसे व्यंजन मिलेंगे जिनका स्वाद सालों से बरकरार है। हम बात कर रहे हैं मिस्टन गंज मंदिर गली स्थित प्रेम गजक भंडार की इस दुकान की, जो अपने बेहतरीन स्वाद के लिए शहर में काफी मशहूर है। दुकानदार दिलीप गोयल के मुताबिक उनकी गजक की दुकान करीब 80 साल पुरानी है। खास बात यह है कि यहां 22 तरह की गजक बनाई और बेची जाती है। गजक और लड्डू बनाने में शुद्ध देसी घी, सभी तरह के सूखे मेवे, तिल, अलसी, गुड़, चीनी और अन्य सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है.

गजक कई प्रकार की बनाई जाती है

यह मिठाई है बेहद खास, लाजवाब इसका स्वाद, ठंड में इसे खाने के हैं बड़े फायदे
गजक गुड़ और तिल को मिलाकर बनाई जाती है. अतः गजक की प्रकृति गर्म होती है। सर्दी के मौसम में तिल, मूंगफली और सूखे मेवे (काजू) से बनी गजक की कई वैरायटी बाजार में उपलब्ध होती हैं। जिससे आप सर्दियों में गजक खाकर आसानी से सर्दी-खांसी से बच सकते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं। दिलीप गोयल इसे अपनी दुकान पर 280 से 600 रुपये तक बेचते हैं. इस समय प्रेम गजक भंडार में पिसी हुई और कुरकुरी गजक की सबसे ज्यादा मांग है।

मौसम ठंडा होते ही दुकानें सजावट से सज गई हैं

यह मिठाई है बेहद खास, लाजवाब इसका स्वाद, ठंड में इसे खाने के हैं बड़े फायदे

सादा गजक, केसर गजक, चंद्र कला, पंजीरी गजक देसी घी, मावा रोल देसी घी, चैती बग्गा देसी घी, गोलर रेवड़ी देसी घी, पेटी मूंगफली देसी घी, मावा की रेवड़ी, कटलेस गजक देसी घी, लिंकडी और लड्डू। तिल के लड्डू और कई तरह की गजक बनाई जाती हैं. गजक की मांग इसके स्वाद के कारण नहीं है, बल्कि गजक में इस्तेमाल होने वाला तिल और गुड़ सर्दियों में शरीर के लिए औषधि का काम करता है। बाजारों में गजक की दुकानों पर ग्राहकों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है.