Newzfatafatlogo

Google Gemini Nano Banana: 3D मॉडल बनाने वाला नया AI टूल

Google Gemini Nano Banana एक नया AI टूल है जो तस्वीरों को तेजी से 3D मॉडल में बदलता है। इसकी विशेषताएँ और गूगल की नई पॉलिसी के तहत फ्री और प्रो उपयोगकर्ताओं के लिए क्या बदलाव हुए हैं, जानें। यह टूल क्रिएटर्स के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। जानें कि कैसे आप इस टूल का उपयोग करके जटिल इफेक्ट्स बना सकते हैं।
 | 
Google Gemini Nano Banana: 3D मॉडल बनाने वाला नया AI टूल

Google Gemini Nano Banana का परिचय

Google Gemini Nano Banana: वर्ष 2025 में गूगल का Gemini Nano Banana AI टूल सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन चुका है। यह साधारण इमेज जेनरेटर नहीं है, बल्कि यह सामान्य तस्वीरों को कुछ ही सेकंड में 3D मॉडल में परिवर्तित कर देता है। इस टूल की सहायता से उपयोगकर्ता वास्तविकता के समान दिखने वाले फिगर, अवतार और फिल्मी स्टाइल इफेक्ट्स बना सकते हैं।


Nano Banana की विशेषताएँ

Nano Banana की सबसे बड़ी विशेषता इसकी गति और विवरण को संभालने की क्षमता है। यह अन्य AI टूल्स की तुलना में कहीं अधिक तेज़ी से काम करता है और तस्वीर की आवश्यक विशेषताओं को प्रभावित नहीं करता। इसी कारण यह क्रिएटर्स और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के बीच अत्यधिक लोकप्रिय हो गया है।


गूगल की नई पॉलिसी में बदलाव

जैसे-जैसे Nano Banana की मांग बढ़ी, गूगल ने इसके उपयोग की सीमाओं के नियमों में बदलाव किया। पहले, फ्री उपयोगकर्ताओं को प्रतिदिन 100 इमेज और प्रो उपयोगकर्ताओं को 1000 इमेज बनाने की अनुमति थी। अब गूगल ने इन निश्चित सीमाओं को हटा दिया है। अब कंपनी Basic Access और Highest Access जैसे स्तरों का उपयोग कर रही है। इसका मतलब है कि सीमाएँ अब सर्वर की क्षमता, सब्सक्रिप्शन और वैश्विक मांग पर निर्भर करेंगी।


फ्री उपयोगकर्ताओं के लिए नए बदलाव

पहले जहां फ्री अकाउंट्स को स्पष्ट रूप से 100 इमेज बनाने की सुविधा थी, अब गूगल इसे Basic Access कहता है। इसका अर्थ है कि उपयोगकर्ता अब भी अधिकांश AI टूल्स की तुलना में अधिक इमेज मुफ्त में बना सकेंगे, लेकिन यदि भीड़ अधिक हो जाती है, तो फ्री उपयोगकर्ताओं को कुछ समय इंतजार करना पड़ सकता है।


प्रो और अल्ट्रा उपयोगकर्ताओं के लाभ

गूगल के नए नियमों के अनुसार, प्रो और अल्ट्रा उपयोगकर्ताओं को अब Highest Access का लाभ मिलेगा। पहले इन उपयोगकर्ताओं की सीमा 1000 इमेज प्रतिदिन थी, लेकिन अब कंपनी ने संख्या को छुपा दिया है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सब्सक्राइबर्स को हमेशा तेज़ गति, कम वेट टाइम और अधिक स्थिरता मिले, चाहे ट्रैफिक कितना भी बढ़ जाए। गूगल ने यह बदलाव इसलिए किया है ताकि Nano Banana जैसे लोकप्रिय टूल्स पर अचानक बढ़ते ट्रैफिक के बावजूद सर्वर डाउन न हो।


Nano Banana और अन्य AI टूल्स की तुलना

पॉलिसी में बदलाव के बावजूद, Nano Banana, ChatGPT या MidJourney जैसे टूल्स से आगे है। यहां फ्री उपयोगकर्ताओं को अधिक इमेज बनाने की सुविधा मिलती है और 3D रेंडरिंग की गुणवत्ता भी सबसे बेहतरीन है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि केवल टेक्स्ट लिखकर ही आप जटिल इफेक्ट्स बना सकते हैं, किसी तकनीकी सेटिंग की आवश्यकता नहीं है।


Nano Banana से 3D मॉडल बनाने की प्रक्रिया

Gemini ऐप पर Nano Banana का उपयोग करना बहुत आसान है:



  • Gemini ऐप खोलकर Nano Banana विकल्प चुनें।

  • जिस फोटो को 3D मॉडल में बदलना है, उसे अपलोड करें।

  • टेक्स्ट प्रॉम्प्ट डालें और बताएं कि आप किस प्रकार का इफेक्ट या स्टाइल चाहते हैं।

  • कुछ ही सेकंड में 3D मॉडल तैयार हो जाएगा, जिसे आप आगे कस्टमाइज भी कर सकते हैं।


गूगल के डेमो में उपयोगकर्ताओं ने ऐसे फिगर बनाए हैं जिनमें पैकेजिंग आर्टवर्क, डेस्क पर प्लेसमेंट और बैकग्राउंड इफेक्ट्स शामिल होते हैं और यह सब कुछ ऑटोमैटिकली जेनरेट हो जाता है।