1 जून से होने वाले महत्वपूर्ण बदलाव: आपकी जेब पर पड़ेगा असर!

1 जून के बदलाव: आपकी जेब पर प्रभाव
1 जून के बदलाव: आपकी जेब पर प्रभाव! नया महीना, नए नियम और कीमतें लेकर आ रहा है। मई 2025 का अंत नजदीक है।
31 मई के बाद, जून की शुरुआत होगी। देशभर में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन 1 जून से लागू होंगे। इसमें एलपीजी सिलेंडर, सीएनजी-पीएनजी, और एटीएफ की कीमतों में उतार-चढ़ाव शामिल है। इसके अलावा, क्रेडिट कार्ड के नियम और एफडी ब्याज दरों में भी बदलाव होंगे। ये सभी परिवर्तन आम जनता की जेब पर असर डालेंगे। आइए, जानते हैं कि क्या-क्या बदलने वाला है!
एलपीजी सिलेंडर: रसोई बजट पर असर
हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर की कीमतों की समीक्षा की जाती है। 1 जून 2025 को भी ऐसा ही होगा। ऑयल मार्केटिंग कंपनियां कीमतों में वृद्धि या कमी कर सकती हैं। यदि कीमतें बढ़ती हैं, तो इसका सीधा असर रसोई के बजट पर पड़ेगा।
हर घर में सिलेंडर की आवश्यकता होती है। कीमतों में यह बदलाव खाना बनाने के खर्च को प्रभावित करेगा। नए दाम क्या होंगे? सभी की नजर 1 जून के बदलाव पर है।
सीएनजी-पीएनजी और एटीएफ की कीमतें
ऑयल मार्केटिंग कंपनियां हर महीने सीएनजी-पीएनजी की कीमतें निर्धारित करती हैं। 1 जून को नई दरें जारी की जा सकती हैं। यह वाहन चालकों और घरेलू गैस उपयोगकर्ताओं पर प्रभाव डालेगा। इसके साथ ही, एयर टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) की कीमतों में भी बदलाव संभव है। हवाई यात्रा का खर्च बढ़ सकता है। ये 1 जून के बदलाव आपकी जेब को हल्का कर सकते हैं। कीमतों में यह उतार-चढ़ाव रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करेगा। तैयार रहें!
क्रेडिट कार्ड नियमों में बदलाव
1 जून से क्रेडिट कार्ड के नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव आएगा। ऑटो-डेबिट फेल होने पर 2% तक की पेनल्टी लगाई जा सकती है। यूटिलिटी बिल चार्ज और ईंधन खरीद पर अतिरिक्त शुल्क लागू होगा। अंतरराष्ट्रीय भुगतान शुल्क भी बढ़ सकता है। रिवॉर्ड प्वाइंट्स की योजना में भी बदलाव संभव है। क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं को सतर्क रहना होगा। ये 1 जून के बदलाव आपकी योजनाओं को प्रभावित कर सकते हैं।
एफडी ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव
फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने वालों के लिए ध्यान देने योग्य बात है! 1 जून से एफडी ब्याज दरों में बदलाव हो सकता है। वर्तमान में बैंक 6.5% से 7.5% ब्याज दे रहे हैं। लेकिन अनुमान है कि दरें घटेंगी। इससे आपकी बचत की कमाई प्रभावित हो सकती है। बैंक ब्याज दरों में यह बदलाव जून 2025 में चर्चा का विषय रहेगा। अपने निवेश की योजना बनाएं। 1 जून के बदलाव आपकी जेब पर असर डालेंगे।