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AI की मदद से बची एक व्यक्ति की जान: Grok चैटबॉट की कहानी

एक 49 वर्षीय व्यक्ति की जान AI चैटबॉट Grok की मदद से बच गई, जब डॉक्टर उसकी गंभीर स्थिति का सही निदान नहीं कर पाए। दर्द के बढ़ने पर, Grok ने उसे अस्पताल लौटने और CT स्कैन कराने की सलाह दी, जिससे उसकी जान बच गई। यह घटना तकनीक और स्वास्थ्य के बीच संबंधों को एक नई दिशा देती है। जानें कैसे AI ने इस संकट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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AI की मदद से बची एक व्यक्ति की जान: Grok चैटबॉट की कहानी

तकनीक और स्वास्थ्य का नया मोड़


तकनीक और स्वास्थ्य के बीच संबंधों पर अक्सर चर्चा होती रही है, लेकिन हाल ही में एक घटना ने इस विषय को नया मोड़ दिया है.


डॉक्टरों की सलाह से निराश

एक 49 वर्षीय व्यक्ति ने गंभीर पेट दर्द का अनुभव किया, लेकिन डॉक्टर उसकी समस्या का सही निदान नहीं कर पाए. Elon Musk की कंपनी xAI का चैटबॉट Grok ने उसके लक्षणों को गंभीरता से लिया और उसे दोबारा अस्पताल जाने की सलाह दी, जिससे उसकी जान बच गई.


दर्द की तीव्रता और डॉक्टरों की प्रतिक्रिया

पीड़ित ने बताया कि वह 24 घंटे से असहनीय पेट दर्द से जूझ रहा था, जिसे उसने 'रेजर ब्लेड जैसा' बताया. इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टरों ने उसे एसिड की दवा देकर घर भेज दिया, यह कहते हुए कि उसकी स्थिति गंभीर नहीं है.


Grok AI से मिली सलाह

घर लौटने के बाद भी दर्द कम नहीं हुआ, और उसने Grok AI से अपने लक्षणों पर चर्चा की. AI ने उसे चेतावनी दी और संभावित कारणों में असामान्य अपेंडिसाइटिस और छिद्रित अल्सर का जिक्र किया, साथ ही CT स्कैन कराने की सलाह दी.


दूसरी बार अस्पताल में भर्ती

AI की सलाह के साथ, वह दोबारा इमरजेंसी वार्ड गया और CT स्कैन की मांग की. डॉक्टरों ने सहमति दी, और रिपोर्ट ने स्थिति की गंभीरता को स्पष्ट कर दिया. उसका अपेंडिक्स गंभीर रूप से सूजा हुआ था.


आपातकालीन सर्जरी और नई शुरुआत

डॉक्टरों ने तुरंत लैप्रोस्कोपिक सर्जरी का निर्णय लिया, जो लगभग छह घंटे तक चली. ऑपरेशन के बाद दर्द तुरंत समाप्त हो गया, और व्यक्ति ने राहत की सांस ली, यह जानकर कि वह एक बड़े खतरे से बच गया.


AI की भूमिका और चेतावनी

हालांकि Grok AI ने न तो इलाज किया और न ही निदान, लेकिन उसने लक्षणों के पैटर्न को पहचाना और व्यक्ति को सवाल पूछने का आत्मविश्वास दिया. यह घटना दर्शाती है कि गंभीर दर्द को अनदेखा नहीं करना चाहिए, क्योंकि सही समय पर मिली जानकारी जीवन को बचा सकती है.