Newzfatafatlogo

अंबाला में नाइट फूड स्ट्रीट का निर्माण, सुविधाओं का विस्तार

अंबाला में गांधी मैदान के पास नाइट फूड स्ट्रीट का निर्माण कार्य शुरू हो गया है, जिसमें 200 लोगों के बैठने की व्यवस्था और विभिन्न खान-पान विकल्प उपलब्ध होंगे। नगर परिषद ने प्रमुख कंपनियों से आवेदन आमंत्रित किए हैं, और यहां मांसाहारी तथा शाकाहारी खाद्य पदार्थों की 60 दुकानें बनाई जाएंगी। इस स्ट्रीट में स्थानीय व्यंजनों का भी समावेश होगा। जानें इस नई पहल के बारे में और क्या-क्या सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
 | 
अंबाला में नाइट फूड स्ट्रीट का निर्माण, सुविधाओं का विस्तार

नाइट फूड स्ट्रीट का निर्माण कार्य

अंबाला (नाइट फूड स्ट्रीट)। छावनी क्षेत्र में गांधी मैदान के पास तीन करोड़ रुपये की लागत से नाइट फूड स्ट्रीट का निर्माण किया गया है, और अब इसकी सजावट का कार्य प्रारंभ हो चुका है। मार्केट के उद्घाटन की तैयारी नगर परिषद द्वारा की जा रही है, और इसके लिए प्रमुख खान-पान कंपनियों से दुकानों के लिए निविदा आमंत्रित की गई है।


नाइट फूड स्ट्रीट की सुविधाएं

नाइट फूड स्ट्रीट: यह मिलेंगी सुविधाएं


इस परियोजना के पहले चरण में एक करोड़ रुपये और दूसरे चरण में लगभग दो करोड़ रुपये का खर्च आया है। यहां 200 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। गांधी मैदान के पास की खाली जगह को भी व्यवस्थित किया गया है, जहां 50 कारों की पार्किंग की सुविधा होगी। इसके अलावा, स्वच्छता के लिए अलग शौचालयों का निर्माण किया गया है, और सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे और गार्ड भी तैनात किए जाएंगे। बच्चों के खेलने के लिए भी एक क्षेत्र निर्धारित किया गया है।


खान-पान कंपनियों से आवेदन आमंत्रित

नाइट फूड स्ट्रीट के लिए आवेदन मांगे


नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी देवेंद्र नरवाल ने बताया कि नाइट फूड स्ट्रीट के लिए खान-पान से जुड़ी प्रमुख कंपनियों से आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 27 नवंबर निर्धारित की गई है। यहां कुल 60 दुकानें बनाई जाएंगी, जिनमें से 20 मांसाहारी और 40 शाकाहारी खाद्य पदार्थों के लिए होंगी।


स्वादिष्ट व्यंजनों का अनुभव

स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ ले सकेंगे लोग


लोग नाइट फूड स्ट्रीट में नामी कंपनियों के स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे। यहां फास्ट फूड के साथ-साथ दाल मक्खनी, कढ़ाई पनीर, पानी-फुले, जूस और अन्य कई प्रकार के खाद्य और पेय पदार्थ उपलब्ध होंगे। स्थानीय व्यंजनों को भी शामिल किया जाएगा, लेकिन इसका निर्णय नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी पर निर्भर करेगा।