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अडानी एंटरप्राइजेज के वित्तीय परिणाम: इन्फ्रास्ट्रक्चर व्यवसाय का 74% योगदान

अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने FY26 की पहली तिमाही के लिए अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की है, जिसमें इन्फ्रास्ट्रक्चर व्यवसायों का 74% योगदान है। कंपनी ने 22,437 करोड़ रुपये की आय और 3,786 करोड़ रुपये का EBITDA दर्ज किया। एयरपोर्ट व्यवसाय में 61% की वृद्धि हुई है। इसके अलावा, अडानी न्यू इंडस्ट्रीज ने ग्रीन हाइड्रोजन पायलट प्लांट की शुरुआत की है। निवेशकों का समर्थन भी मजबूत रहा है, जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति में सुधार हुआ है।
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अडानी एंटरप्राइजेज के वित्तीय परिणाम: इन्फ्रास्ट्रक्चर व्यवसाय का 74% योगदान

अडानी समूह की वित्तीय रिपोर्ट

अडानी समूह: अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) ने वित्तीय वर्ष 2026 की पहली तिमाही के लिए अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की है, जो 30 जून 2025 को समाप्त हुई। इस तिमाही में कंपनी के उभरते इन्फ्रास्ट्रक्चर व्यवसायों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिससे कुल EBITDA का 74% हिस्सा इनसे प्राप्त हुआ है।


पिछले वर्ष की तुलना में आय में वृद्धि

इस तिमाही में अडानी एंटरप्राइजेज ने 22,437 करोड़ रुपये की कुल आय अर्जित की, जबकि EBITDA 3,786 करोड़ रुपये रहा। टैक्स से पहले का मुनाफा (PBT) 1,466 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। कंपनी के उभरते व्यवसायों ने 2,800 करोड़ रुपये का EBITDA प्राप्त किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 5% अधिक है। एयरपोर्ट व्यवसाय ने 1,094 करोड़ रुपये का EBITDA हासिल किया, जिसमें पिछले वर्ष की तुलना में 61% की वृद्धि हुई है। हालांकि, व्यापार की मात्रा में कमी और इंटीग्रेटेड रिसोर्स मैनेजमेंट (IRM) तथा कमर्शियल माइनिंग में कीमतों की अस्थिरता ने इस तिमाही के परिणामों को प्रभावित किया है।


नई उपलब्धियों की प्राप्ति

अडानी एंटरप्राइजेज ने अपने विभिन्न व्यवसायों में महत्वपूर्ण प्रगति की है। अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (AAHL) ने इस तिमाही में 23.4 मिलियन यात्रियों का प्रबंधन किया और सात नए रूट्स के साथ-साथ दो नई एयरलाइंस को अपने नेटवर्क में शामिल किया। इसके अलावा, छह एयरपोर्ट्स और मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए 1.75 बिलियन अमेरिकी डॉलर की फंडिंग प्राप्त की, जिससे भविष्य के विकास के लिए वित्तीय लचीलापन सुनिश्चित हुआ।


स्वच्छ ऊर्जा में कदम

अडानी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (ANIL) ने भारत में स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कंपनी ने देश का पहला ऑफ-ग्रिड 5 मेगावाट ग्रीन हाइड्रोजन पायलट प्लांट स्थापित किया। इसके साथ ही, 3.3 मेगावाट WTG मॉडल के लिए 300 मेगावाट का पहला बाहरी ऑर्डर प्राप्त हुआ और भारत के सबसे बड़े 5.2 मेगावाट विंड टर्बाइन की 1 गीगावाट आपूर्ति सफलतापूर्वक पूरी की गई।


परियोजनाओं में तेजी

अडानी रोड ट्रांसपोर्ट लिमिटेड (ARTL) ने अपनी परियोजनाओं में तेजी से प्रगति की है। तीन हाइब्रिड एन्युटी मॉडल (HAM) प्रोजेक्ट्स 90% से अधिक पूरे हो चुके हैं, जबकि गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण 85% से अधिक पूरा हो चुका है। माइनिंग सर्विसेज में, मध्य प्रदेश में मारा II महान और गोंदबहेरा उझेनी ईस्ट कोयला खदानों के लिए दो नए MDO (माइन डेवलपर एंड ऑपरेटर) समझौते किए गए हैं।


निवेशकों का समर्थन

कंपनी ने AWL एग्री बिजनेस में अपनी हिस्सेदारी कम करने की दिशा में कदम उठाए हैं। AEL की सहायक कंपनी, अडानी कमोडिटीज LLP ने AWL में 10.42% की हिस्सेदारी बेचकर 3,700 करोड़ रुपये जुटाए। इसके अलावा, शेष 20% हिस्सेदारी को विल्मर ग्रुप को हस्तांतरित करने के लिए एक शेयर खरीद समझौता किया गया है।


वित्तीय क्षेत्र में प्रगति

वित्तीय क्षेत्र में, AEL ने अपनी दूसरी NCDs (नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स) की सार्वजनिक पेशकश पूरी की, जिसके माध्यम से 1,000 करोड़ रुपये जुटाए गए। इस इश्यू को लॉन्च के तीन घंटे के भीतर ही रिटेल और गैर-संस्थागत निवेशकों से भारी समर्थन मिला। ESG (पर्यावरण, सामाजिक और शासन) के मोर्चे पर, AEL का सस्टेनेबिलिटी ESG स्कोर 34 (हाई रिस्क) से बेहतर होकर 28 (मीडियम रिस्क) हो गया।


भविष्य की परियोजनाएं

अडानी समूह के चेयरमैन, गौतम अडानी ने कहा, 'हमारा एयरपोर्ट व्यवसाय 61% की वृद्धि के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है। नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट, कॉपर प्लांट और गंगा एक्सप्रेसवे जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स जल्द ही शुरू होने वाले हैं। ये परियोजनाएं न केवल भारत के इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास को गति देंगी, बल्कि वैश्विक स्तर पर बेंचमार्क स्थापित करेंगी।'


कंपनी की विविधता

अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) अडानी समूह की प्रमुख कंपनी है, जो भारत के सबसे बड़े व्यावसायिक संगठनों में से एक है। कंपनी ने अडानी पोर्ट्स, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडानी पावर, अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी टोटल गैस जैसे कई बड़े और स्केलेबल व्यवसाय स्थापित किए हैं, जो भारत को आत्मनिर्भर बनाने में योगदान दे रहे हैं। AEL अब ग्रीन हाइड्रोजन, एयरपोर्ट मैनेजमेंट, डेटा सेंटर, रोड्स, कॉपर और पेट्रोकेम जैसे क्षेत्रों में निवेश कर रही है।