आंध्र प्रदेश के किसान की प्रेरणादायक कहानी: अंतरराष्ट्रीय बाजार में गुलाब की खेती

किसान की सफलता की कहानी
आंध्र प्रदेश के रायलसीमा क्षेत्र से एक किसान ने अपनी मेहनत और आधुनिक तकनीकों के माध्यम से सफलता की एक नई कहानी लिखी है। अनंतपुर जिले के टी.एम. ओबुला रेड्डी ने गुलाब की खेती में न केवल महारत हासिल की है, बल्कि अपने फूलों का निर्यात भी ऑस्ट्रेलिया, दुबई और सिंगापुर जैसे देशों में कर रहे हैं।रेड्डी ने बागवानी विभाग से मिली सब्सिडी का उपयोग करते हुए पॉलीहाउस खेती और ड्रिप सिंचाई जैसी उन्नत तकनीकों को अपनाया। इस प्रक्रिया के माध्यम से, वह कम पानी में 'फर्स्ट रेड', 'टॉप सीक्रेट' और 'नोब्लेस' जैसी उच्च गुणवत्ता वाली डच किस्म के गुलाब उगाते हैं।
वर्तमान में, वह अपनी 5 एकड़ भूमि से प्रतिदिन 8,000 से 10,000 गुलाब के फूल तोड़ते हैं। घरेलू बाजार में उन्हें एक फूल के लिए 8-10 रुपये मिलते हैं, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 25 रुपये तक पहुंच जाती है। वह बेंगलुरु स्थित एक कंपनी के माध्यम से इन फूलों का निर्यात करते हैं।
ओबुला रेड्डी की यह सफलता केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह रायलसीमा के अन्य किसानों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गई है। यह दर्शाता है कि सही तकनीक, मेहनत और सरकारी योजनाओं का सही उपयोग करके किसी भी चुनौती का सामना किया जा सकता है और वैश्विक बाजार में अपनी पहचान बनाई जा सकती है।