आईपीएल 2025: बीसीसीआई की कमाई में ऐतिहासिक वृद्धि

आईपीएल 2025 का समापन
आईपीएल 2025: आईपीएल 2025 का उत्सव 3 जून को समाप्त हुआ, जब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने पहली बार खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। फाइनल मुकाबला पंजाब किंग्स के खिलाफ अहमदाबाद में खेला गया। यह लीग बीसीसीआई के लिए एक सुनहरा अवसर साबित हो रहा है, और हर साल इससे होने वाली आय लोगों को चौंका देती है।
ब्रॉडकास्ट फीस से हुई भारी कमाई
आईपीएल 2025 से बीसीसीआई की सबसे बड़ी आय ब्रॉडकास्ट फीस से हुई। इस सीजन में ब्रॉडकास्ट फीस लगभग 9,678 करोड़ रुपये रही, जो हर मैच के लिए करीब 130.7 करोड़ रुपये बनती है। बीसीसीआई ने टीवी और डिजिटल राइट्स को अलग-अलग बेचा, जिससे उनकी आय में और वृद्धि हुई। टीवी राइट्स स्टार स्पोर्ट्स के पास थीं, जबकि डिजिटल राइट्स रिलायंस इंडस्ट्रीज की कंपनी वायकॉम18 ने हासिल कीं।
स्पॉन्सरशिप से मिली तगड़ी कमाई
स्पॉन्सरशिप भी बीसीसीआई के लिए एक महत्वपूर्ण आय का स्रोत रही। टाटा ग्रुप ने आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सरशिप 2024 से 2028 तक के लिए 2,500 करोड़ रुपये में हासिल किया है, जिसमें हर सीजन के लिए 500 करोड़ रुपये शामिल हैं। इसके अलावा, माय11सर्कल, एंजल वन, रुपे, सीईएटी, वंडर सीमेंट और अरामको जैसे स्पॉन्सरों ने भी अच्छी रकम दी, जो बीसीसीआई की आय में जुड़ गई।
टिकट बिक्री और अन्य स्रोतों से मुनाफा
बीसीसीआई की आय केवल ब्रॉडकास्ट और स्पॉन्सरशिप तक सीमित नहीं है। टिकट बिक्री और मैच के दिन होने वाली अन्य बिक्री भी अच्छी आमदनी का जरिया रही। स्टेडियम में भारी भीड़ और टिकट की मांग ने इस रकम को और बढ़ाया। इसके अलावा, फ्रेंचाइजी से मिलने वाली रॉयल्टी और लाइसेंसिंग फीस से भी बीसीसीआई को लाभ हुआ।
कमाई में वृद्धि का विश्लेषण
बीसीसीआई हर टीम से केंद्रीय, स्पॉन्सरशिप और टिकटिंग रेवेन्यू का 20% और लाइसेंसिंग रेवेन्यू का 12.5% हिस्सा लेती है, जबकि बाकी रकम फ्रेंचाइजी में बांटी जाती है। इसके साथ ही, हर टीम को 425 करोड़ रुपये की फिक्स्ड केंद्रीय राशि भी दी जाती है, जो लीग की मजबूती को दर्शाता है।
पिछले सालों की तुलना में बढ़ी कमाई
अगर आईपीएल 2024 में बीसीसीआई की कमाई की बात करें, तो बोर्ड ने 20,686 करोड़ रुपये कमाए थे, जो 2023 के 16,493 करोड़ रुपये से कहीं ज्यादा है। आईपीएल 2025 की सफलता को देखते हुए इस बार की कमाई में और भी इजाफा हो सकता है, जिसका मुख्य कारण स्पॉन्सरशिप डील्स में हुई वृद्धि है।