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इज़राइल के दूतावास पर हमले से बढ़ी अंतरराष्ट्रीय चिंता, गाजा पर नई रणनीति का खुलासा

गाजा पर इज़राइल की कब्जे की योजना ने उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग कर दिया है। हाल ही में हेग में इज़रायली दूतावास पर हुए हमले ने इस स्थिति को और गंभीर बना दिया है। इस हमले के साथ ही इज़राइल ने गाज़ा सिटी पर सैन्य नियंत्रण की योजना को मंजूरी दी है, जिसका उद्देश्य हमास को कमजोर करना है। इस योजना पर मानवाधिकार चिंताएँ भी उठ रही हैं, और कई देशों ने इज़राइल से हथियार न खरीदने का निर्णय लिया है। जानें इस मुद्दे पर और क्या हो रहा है।
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इज़राइल के दूतावास पर हमले से बढ़ी अंतरराष्ट्रीय चिंता, गाजा पर नई रणनीति का खुलासा

इज़राइल का अंतरराष्ट्रीय अलगाव

गाजा पर कब्जे की योजना ने इज़राइल को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग कर दिया है। इस बीच, यूरोप में इज़राइल विरोधी प्रदर्शनों ने इस अलगाव को और बढ़ा दिया है। नीदरलैंड्स की राजधानी हेग में इज़रायली दूतावास पर हाल ही में हुए हमले ने इस बढ़ती हिंसा को दर्शाया है।


हेग में दूतावास पर हमला

बुधवार की सुबह, हेग में तीन व्यक्तियों ने इज़राइल के दूतावास पर हमला किया। इज़राइल के विदेश मंत्रालय ने बताया कि हमलावरों ने मुख्य प्रवेश द्वार पर लाल रंग का पेंट फेंका और दरवाजे को नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, और किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।


पेरिस में विरोध प्रदर्शन

यह हमला एक सप्ताह पहले पेरिस में इज़रायली एयरलाइन एल अल के कार्यालय पर हुए हमले के संदर्भ में आया है, जहां लाल रंग का पेंट फेंका गया था और 'Free Palestine' तथा 'El Al genocide airline' जैसे नारे लिखे गए थे।


गाजा पर इज़राइल की नई सैन्य योजना

इज़राइली सुरक्षा मंत्रिमंडल ने गाज़ा सिटी पर सैन्य नियंत्रण की योजना को मंजूरी दे दी है। इस योजना का उद्देश्य हमास को कमजोर करना, बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करना और गाज़ा में स्थायी सुरक्षा नियंत्रण स्थापित करना है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि यह कब्जा स्थायी नहीं होगा और इसे भविष्य में किसी अरब शक्ति को सौंपा जा सकता है।


मानवाधिकार चिंताएँ

यह कार्रवाई गाज़ा में चल रहे युद्ध के बीच हो रही है, जिससे इज़राइल की इस योजना पर व्यापक आलोचना और मानवाधिकार चिंताएँ उठ रही हैं। कई देशों ने इस योजना के कारण इज़राइल से हथियार न खरीदने का निर्णय लिया है, जबकि संयुक्त राष्ट्र ने इसे 'खतरनाक बढ़ोतरी' करार दिया है।


सुरक्षा बलों के बीच मतभेद

इज़राइल के सैन्य प्रमुख आयाल ज़मीर ने इस योजना के संभावित खतरों के बारे में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इस कदम से बंधकों और सैनिकों की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। विपक्ष और आंतरिक सुरक्षा विश्लेषकों ने भी इसे नुकसानदायक बताया है।