क्या 2026 में मोबाइल रिचार्ज की कीमतें बढ़ेंगी? जानें क्या है सच
महंगाई की नई लहर: मोबाइल रिचार्ज पर असर
नई दिल्ली: देश के करोड़ों मोबाइल उपयोगकर्ताओं के लिए महंगाई की एक और चिंता सामने आई है। 2026 में मोबाइल रिचार्ज योजनाओं की कीमतों में वृद्धि होने की संभावना है, जिससे आम उपभोक्ताओं पर सीधा प्रभाव पड़ सकता है। रिपोर्टों के अनुसार, रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया अपने प्रीपेड और पोस्टपेड टैरिफ में 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, कुछ विशेष योजनाओं में टैरिफ बढ़ाने की जानकारी संबंधित प्राधिकरणों को दी जा चुकी है। पिछले महीने से टेलीकॉम कंपनियां अपने प्लान्स में बदलाव कर रही हैं, जिसका सबसे अधिक प्रभाव 5G सेवाओं का उपयोग करने वाले ग्राहकों पर पड़ सकता है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले टैरिफ में सबसे बड़ी वृद्धि जुलाई 2023 में हुई थी।
2026 में मोबाइल रिचार्ज की कीमतों में वृद्धि का कारण
एक रिसर्च फर्म की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय टेलीकॉम कंपनियां 2026 में अपने टैरिफ में 16 से 20 प्रतिशत तक की वृद्धि कर सकती हैं। इसका मुख्य उद्देश्य प्रति उपयोगकर्ता औसत आय (ARPU) को बढ़ाना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जुलाई 2024 में टैरिफ वृद्धि के बाद, लगभग दो साल के अंतराल पर फिर से कीमतें बढ़ाने की योजना है, जो टेलीकॉम क्षेत्र का एक सामान्य पैटर्न बन चुका है।
Airtel और Jio के प्लान्स की संभावित कीमतें
एक उपयोगकर्ता द्वारा साझा किए गए अनुमानों के अनुसार, एयरटेल का 28 दिन वाला अनलिमिटेड 5G प्लान 319 रुपये से बढ़कर 419 रुपये तक पहुंच सकता है। वहीं, जियो का 1.5GB डेली डेटा वाला 299 रुपये का प्लान बढ़कर 359 रुपये का हो सकता है। इसके अलावा, जियो का 349 रुपये वाला 28 दिन का 5G प्लान 429 रुपये तक जा सकता है। इसका मतलब है कि हर महीने उपयोगकर्ताओं को 80 से 100 रुपये अतिरिक्त खर्च करने पड़ सकते हैं।
Vi यूजर्स पर भी महंगाई का असर
वोडाफोन आइडिया (Vi) के ग्राहकों को भी राहत मिलने की उम्मीद कम है। रिपोर्ट के अनुसार, Vi का 28 दिन वाला 1GB डेली डेटा प्लान 340 रुपये से बढ़कर 419 रुपये हो सकता है। वहीं, 56 दिन की वैधता वाला 2GB डेली डेटा प्लान 579 रुपये से बढ़कर 699 रुपये तक जा सकता है। इससे स्पष्ट है कि Vi के मिड-रेंज प्लान्स पर भी टैरिफ वृद्धि का प्रभाव पड़ेगा।
यूजर्स का खर्च कैसे बढ़ता है
टेलीकॉम कंपनियां हमेशा सीधे प्लान की कीमत नहीं बढ़ातीं। कई बार वे प्लान की वैधता घटा देती हैं या फिर मिलने वाले लाभ कम कर देती हैं। हाल के महीनों में जियो, एयरटेल, Vi और यहां तक कि BSNL ने भी अपने कई प्रीपेड प्लान्स की वैधता और सुविधाओं में बदलाव किया है। इसका परिणाम यह होता है कि उपयोगकर्ताओं को वही सेवाएं प्राप्त करने के लिए बार-बार रिचार्ज करना पड़ता है, जिससे कुल खर्च अपने आप बढ़ जाता है।
