क्या इजरायल-ईरान संघर्ष से बढ़ेगा वैश्विक युद्ध? जानें दुनिया की सबसे खतरनाक बैलिस्टिक मिसाइलें

इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद, अब दुनिया एक नए बड़े संघर्ष की ओर बढ़ती नजर आ रही है। इस बार इजरायल और ईरान के बीच हाल ही में हुए बैलिस्टिक मिसाइल हमले ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। इस टकराव का प्रभाव न केवल पश्चिम एशिया पर, बल्कि वैश्विक स्थिरता पर भी पड़ रहा है। इस संघर्ष ने दुनिया भर में हथियारों की शक्ति, विशेषकर बैलिस्टिक और इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों (ICBM) की रेंज, गति और विनाशकारी क्षमता पर चर्चा को तेज कर दिया है.
मिसाइल तकनीक का महत्व
आज के समय में, सैन्य शक्ति का एक महत्वपूर्ण मानक मिसाइल तकनीक बन चुकी है। इस संदर्भ में यह सवाल उठता है कि वर्तमान में किस देश के पास सबसे खतरनाक बैलिस्टिक मिसाइल है और भारत की स्थिति इस सूची में कहां है। आइए जानते हैं दुनिया की शीर्ष 10 सबसे घातक बैलिस्टिक मिसाइलों के बारे में.
न्यूक्लियर-सक्षम बैलिस्टिक मिसाइलों का स्वामित्व
9 देशों के पास हैं न्यूक्लियर-सक्षम बैलिस्टिक मिसाइलें
वर्तमान में, केवल 9 देशों - रूस, अमेरिका, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन, भारत, उत्तर कोरिया, इजरायल और पाकिस्तान - के पास परमाणु हथियारों से लैस बैलिस्टिक मिसाइलें हैं। इनमें से रूस, चीन और अमेरिका के पास ऐसी ICBMs हैं जो किसी भी कोने तक मार करने की क्षमता रखती हैं.
दुनिया की टॉप 10 बैलिस्टिक मिसाइलें
दुनिया की टॉप 10 सबसे घातक बैलिस्टिक मिसाइलें
1. RS-28 Sarmat (रूस)
रेंज: 18,000 किमी
विशेषताएं: 208 टन वजनी ICBM, 10-15 MIRVs या हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल (Avangard) ले जाने में सक्षम।
स्पीड: Mach 20+ (~25,500 किमी/घंटा)
खासियत: यह मिसाइल डिफेंस सिस्टम को चकमा देकर साउथ पोल से हमला कर सकती है.
2. R-36M2 Voevoda (रूस)
रेंज: 16,000 किमी
विशेषताएं: 10 MIRVs और 40 पेनेट्रेशन ऐड्स ले जाने में सक्षम।
स्पीड: Mach 20+
खासियत: इसका एक वार तीन अमेरिकी राज्यों को तबाह कर सकता है.
3. DF-41 (चीन)
रेंज: 12,000–15,000 किमी
विशेषताएं: रोड-मोबाइल, सॉलिड-फ्यूल ICBM जो 10 MIRVs ले जा सकती है।
स्पीड: Mach 25 (~30,600 किमी/घंटा)
खासियत: सटीकता और गतिशीलता इसे पहली स्ट्राइक से बचाने में मदद करती है.
4. Trident II D5 (अमेरिका/ब्रिटेन)
रेंज: 12,000 किमी
विशेषताएं: सबमरीन-लॉन्च्ड मिसाइल, अत्यधिक सटीकता (CEP ~90 मीटर)।
स्पीड: Mach 24 (~29,400 किमी/घंटा)
खासियत: MIRVs के साथ कई टारगेट्स पर एक साथ हमला कर सकती है.
5. Minuteman III (अमेरिका)
रेंज: 13,000 किमी
विशेषताएं: लैंड-बेस्ड ICBM, तीन MIRVs के साथ।
स्पीड: Mach 23 (~28,300 किमी/घंटा)
खासियत: 2030 तक सर्विस में रहने की क्षमता, लगातार अपग्रेड हो रही है.
6. Hwasong-15 (उत्तर कोरिया)
रेंज: 13,000 किमी
विशेषताएं: उत्तर कोरिया की सबसे शक्तिशाली मिसाइल, अमेरिकी जमीन तक मार करने में सक्षम।
स्पीड: Mach 22+ (~27,000 किमी/घंटा)
खासियत: परमाणु पेलोड ले जाने की पूरी संभावना.
7. RS-24 Yars (रूस)
रेंज: 11,000 किमी
विशेषताएं: साइलो और मोबाइल लॉन्च क्षमता।
स्पीड: Mach 20+
खासियत: 10 MIRVs और उच्च मैन्युवरेबिलिटी.
8. JL-3 (चीन)
रेंज: 10,000–12,000 किमी
विशेषताएं: सबमरीन से लॉन्च होने वाली नई पीढ़ी की मिसाइल।
स्पीड: Mach 20+
खासियत: अमेरिका तक मार करने में सक्षम.
9. M51 (फ्रांस)
रेंज: 8,000–10,000 किमी
विशेषताएं: फ्रांस की प्रमुख SLBM, MIRVs के साथ।
स्पीड: Mach 20+
खासियत: यूरोप और एशिया के लिए खतरा साबित हो सकती है.
10. Agni-V (भारत)
रेंज: 7,000–8,000 किमी
विशेषताएं: भारत की सबसे ताकतवर ICBM, 3-6 MIRVs के साथ।
स्पीड: Mach 24 (~29,400 किमी/घंटा)
खासियत: भविष्य में 10–12 MIRVs तक अपग्रेड की संभावना, CEP <10 मीटर की सटीकता.
भारत और उत्तर कोरिया की बढ़ती ताकत
भारत और उत्तर कोरिया बढ़ा रहे हैं ताकत
रूस, अमेरिका और चीन को सबसे उन्नत तकनीक वाले देश माना जाता है, जबकि भारत और उत्तर कोरिया तेजी से अपनी बैलिस्टिक मिसाइल क्षमताओं को बढ़ा रहे हैं। भारत की 'अग्नि सीरीज' विशेष रूप से क्षेत्रीय और अंतरमहाद्वीपीय खतरों का सामना करने में सक्षम होती जा रही है.