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ग्रेटर नोएडा में GRINDER GAY APP से लूट का मामला, 6 आरोपी गिरफ्तार

ग्रेटर नोएडा में एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां छह लड़कों का गिरोह GRINDER GAY APP के माध्यम से लोगों से दोस्ती कर लूटपाट करता था। पुलिस ने इन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से लूट के पैसे और अन्य सामान बरामद किए हैं। जानें कैसे ये आरोपी अपने शिकार को जाल में फंसाते थे और उनकी अलग-अलग भूमिकाएं क्या थीं।
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ग्रेटर नोएडा में GRINDER GAY APP से लूट का मामला, 6 आरोपी गिरफ्तार

ग्रेटर नोएडा में लूट का अनोखा मामला

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। छह लड़कों का एक गिरोह GRINDER GAY APP के जरिए लोगों से दोस्ती करता था। समलैंगिक संबंध बनाने के बहाने वे लोगों को बुलाते और फिर लूट की घटनाओं को अंजाम देते थे। समाज में शर्मिंदगी के डर से कई पीड़ित शिकायत नहीं करते थे। पुलिस ने इन छह आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से लूट के 19 हजार रुपये और घटना में इस्तेमाल की गई कार सहित अन्य सामान बरामद किया है।


अपराध की प्रक्रिया

पुलिस ने शुक्रवार को विशाल, शिवम सिंह, यश सिंह, मोहित सोलंकी, अमन और सूरज को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे GRINDER GAY APP के माध्यम से गे लड़कों से दोस्ती करते थे। दोस्ती के बाद, वे उन्हें मिलने के लिए बुलाते और फिर मारपीट कर पैसे, मोबाइल फोन और नकद लूट लेते थे। जिनके पास नकद नहीं होता, उनसे ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कराते थे और फिर उन्हें डराकर भगा देते थे।


दो घटनाएं आठ दिन में

आरोपियों ने सूरजपुर क्षेत्र के एक युवक से गे ऐप के जरिए दोस्ती की। 19 जून को उसे रुपबास तिराहे पर बुलाया गया। वहां कार में बैठाकर उसके साथ मारपीट की गई और उसका मोबाइल फोन छीन लिया गया। इसके बाद यूपीआई के माध्यम से पैसे ट्रांसफर कराए गए। पीड़ित ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके अलावा, 25 जून को मिग्सन ग्रीन सोसायटी के बाहर एक अन्य युवक से भी लूटपाट की गई थी।


नोएडा में आसान टारगेट

नोएडा में बड़ी संख्या में आईटी सेक्टर के युवा रहते हैं, जिनमें से कई ने GRINDER GAY APP पर आईडी बनाई हुई है। आरोपी इसका फायदा उठाते थे। वे इस ऐप के माध्यम से लोगों से दोस्ती करते और फिर मिलने के बहाने उन्हें लूट लेते थे।


अलग-अलग भूमिकाएं

पुलिस पूछताछ में पता चला कि इन छह आरोपियों की भूमिकाएं अलग-अलग थीं। विशाल और शिवम आईडी बनाकर गे लड़कों से बात करते थे। उन्हें बुलाने के बाद यश सिंह, मोहित, अमन और सूरज मारपीट करके लूटपाट करते थे। ऑनलाइन पैसे अमन और सूरज के खातों में ट्रांसफर किए जाते थे।