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जानें दिमागी बीमारियों के लक्षण और सावधानियाँ

फिल्म 'सैयारा' में दिखाए गए अल्जाइमर जैसे गंभीर मस्तिष्क विकारों के बारे में जानें। इस लेख में पार्किंसन, ब्रेन स्ट्रोक और ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों और सावधानियों पर चर्चा की गई है। मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक जानकारी प्राप्त करें और विशेषज्ञ से सलाह लेने का महत्व समझें।
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जानें दिमागी बीमारियों के लक्षण और सावधानियाँ

स्वास्थ्य टिप्स

स्वास्थ्य टिप्स: हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'सैयारा' ने युवाओं के बीच काफी चर्चा बटोरी है। इस फिल्म में मुख्य अभिनेत्री को अल्जाइमर नामक गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ता है। अल्जाइमर एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति की याददाश्त कमजोर हो जाती है, और सोचने तथा व्यवहार में भी बदलाव आ जाता है। इस बीमारी के कारण मस्तिष्क की कोशिकाएं धीरे-धीरे नष्ट होने लगती हैं, जिससे व्यक्ति सब कुछ भूलने लगता है।


अल्जाइमर के अलावा, मस्तिष्क में कई अन्य बीमारियाँ भी विकसित हो सकती हैं, जो न केवल मानसिक शक्ति को प्रभावित करती हैं, बल्कि शरीर की ऊर्जा को भी समाप्त कर देती हैं। आइए, जानते हैं कुछ ऐसी बीमारियों के बारे में जो इंसान की मानसिक और शारीरिक क्षमता को कमजोर कर देती हैं।


पार्किंसन

पार्किंसन एक न्यूरोलॉजिकल विकार है जो मस्तिष्क को प्रभावित करता है और शरीर को भी नुकसान पहुंचाता है। यह तब होता है जब मस्तिष्क में डोपामाइन बनाने वाली कोशिकाएं खत्म हो जाती हैं। डोपामाइन का कार्य शरीर की गतिविधियों को नियंत्रित करना होता है। इसकी कमी से मस्तिष्क शरीर की गतिविधियों को सही तरीके से नियंत्रित नहीं कर पाता।


यह बीमारी आमतौर पर 60 से 65 वर्ष की आयु में होती है। इसके लक्षणों में हाथ-पैरों का कांपना, शरीर पर नियंत्रण खोना, मांसपेशियों में अकड़न, चलने में कठिनाई और संतुलन बिगड़ना शामिल हैं।


ब्रेन स्ट्रोक

जब मस्तिष्क में ऑक्सीजन और रक्त की आपूर्ति में कमी आती है, तब स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इससे मस्तिष्क की कोशिकाएं नष्ट हो सकती हैं। ब्रेन स्ट्रोक दो प्रकार के होते हैं: इस्कीमिक स्ट्रोक, जिसमें खून का थक्का जम जाता है, और हेमरेजिक स्ट्रोक, जिसमें मस्तिष्क की किसी धमनी में फटने से खून फैलने लगता है। दोनों स्थितियाँ जानलेवा हो सकती हैं यदि समय पर उपचार न किया जाए।


ब्रेन ट्यूमर

ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क के लिए एक गंभीर खतरा बन सकता है। जब मस्तिष्क में असामान्य कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं, तो ट्यूमर का निर्माण होता है। इससे मस्तिष्क की कार्यक्षमता प्रभावित होती है और व्यक्ति की सोचने, समझने और कार्य करने की क्षमता में कमी आ जाती है। इसके लक्षणों में शामिल हैं:



  • लगातार सिरदर्द

  • दृष्टि में धुंधलापन

  • चक्कर आना

  • सुनने में कठिनाई

  • चिड़चिड़ापन


विशेषज्ञ से सलाह लें

महत्वपूर्ण: ऊपर दी गई जानकारी का पालन करने से पहले विशेषज्ञों से सलाह अवश्य लें।