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डोनाल्ड ट्रंप का नया कदम: स्टील आयात पर टैरिफ दोगुना

डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में स्टील आयात पर टैरिफ को दोगुना करने का ऐलान किया है, जो 25% से बढ़कर 50% हो गया है। यह निर्णय अमेरिकी स्टील उद्योग की सुरक्षा के लिए लिया गया है और इसका प्रभाव स्टील से बने उत्पादों की कीमतों पर पड़ सकता है। ट्रंप ने चीन के घटिया स्टील की तुलना में अमेरिका की स्टील इंडस्ट्री की मजबूती की बात की और जापान की निपन स्टील के निवेश का भी जिक्र किया। जानें इस निर्णय के पीछे के कारण और इसके संभावित प्रभाव।
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डोनाल्ड ट्रंप का नया कदम: स्टील आयात पर टैरिफ दोगुना

ट्रंप का टैरिफ बढ़ाने का निर्णय

नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान टैरिफ को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। हाल ही में, उन्होंने स्टील आयात पर शुल्क को दोगुना करने का ऐलान किया है। अब यह शुल्क 25 प्रतिशत से बढ़कर 50 प्रतिशत हो गया है। ट्रंप का कहना है कि यह कदम अमेरिकी स्टील उद्योग की रक्षा के लिए उठाया गया है और यह 4 जून से लागू होगा। इस निर्णय का असर स्टील से बने उत्पादों, जैसे कि कारों, की कीमतों पर पड़ सकता है।


चीन पर ट्रंप की टिप्पणी

अपनी एक हालिया स्पीच में, ट्रंप ने चीन के घटिया स्टील की तुलना में अमेरिका की स्टील इंडस्ट्री की मजबूती की बात की। उन्होंने कहा कि अमेरिका का भविष्य पिट्सबर्ग की ताकत से बनेगा, न कि शंघाई के स्टील से। ट्रंप ने यह भी बताया कि उन्हें डर था कि मॉन वैली में स्टील से जुड़ी 3000 नौकरियां खत्म हो जाएंगी, लेकिन उन्होंने वादा किया कि ऐसा नहीं होगा और उन्होंने अपने वादे को निभाया।


जापान की निपन स्टील का निवेश

ट्रंप ने यह भी बताया कि जापान की निपन स्टील यूएस स्टील में निवेश करेगी, लेकिन यूएस स्टील एक अमेरिकी कंपनी के रूप में बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने एक महत्वपूर्ण डील की है जिससे अमेरिका की स्टील कंपनी अमेरिकी ही रहेगी। यह बयान उन्होंने पिट्सबर्ग में यूएस स्टील के प्लांट पर एक कार्यक्रम के दौरान दिया।


टैरिफ में बदलाव

डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट किया कि जापान की कंपनी अब यूएस स्टील को खरीद नहीं पाएगी। हाल ही में, निपन स्टील ने यूएस स्टील में आंशिक स्वामित्व का ऐलान किया था, लेकिन इस डील में क्या बदलाव हुए हैं, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है। ट्रंप ने बताया कि उन्होंने पहले स्टील पर 40 प्रतिशत टैरिफ लगाने पर विचार किया था, लेकिन उद्योग के नेताओं की सलाह पर इसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया गया। उन्होंने कहा कि 25 प्रतिशत के टैरिफ से बचना आसान था, लेकिन अब 50 प्रतिशत के टैरिफ को पार करना मुश्किल होगा।