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नोबेल पुरस्कार: अमेरिका का दबदबा और भारतीय विजेताओं की कहानी

अक्टूबर की शुरुआत के साथ, नोबेल पुरस्कारों की घोषणा का समय आ गया है। अमेरिका ने सबसे अधिक 423 पुरस्कार जीते हैं, जबकि भारत के रवींद्रनाथ टैगोर पहले भारतीय विजेता थे। जानें इस वर्ष के पुरस्कारों और विजेताओं के बारे में और अधिक जानकारी।
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नोबेल पुरस्कार: अमेरिका का दबदबा और भारतीय विजेताओं की कहानी

नोबेल पुरस्कार की शुरुआत

जैसे ही अक्टूबर का महीना शुरू होता है, दुनिया की नजरें नोबेल पुरस्कारों पर टिकी रहती हैं। विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ इस पुरस्कार को पाने का सपना देखते हैं, और इसकी घोषणा का इंतजार हर साल लाखों लोग करते हैं। इस वर्ष, 6 अक्टूबर से नोबेल सप्ताह की शुरुआत हो चुकी है।


नोबेल पुरस्कारों का कार्यक्रम

यह कार्यक्रम 13 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें चिकित्सा, भौतिकी, रसायन, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में विश्व के प्रमुख व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा। इस साल का पहला फिजियोलॉजी या मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार अमेरिकी वैज्ञानिकों मैरी ब्रुनको, फ्रेड राम्सडेल और जापान के शिमोन साकागुची को मिला है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सबसे अधिक नोबेल पुरस्कार विजेता किस देश के पास हैं?


अमेरिका का शीर्ष स्थान

423 विजेताओं के साथ अमेरिका सबसे आगे


1901 से 2024 तक, संयुक्त राज्य अमेरिका ने कुल 423 नोबेल पुरस्कार जीते हैं, जो इसे सबसे अधिक विजेताओं वाला देश बनाता है। इसके बाद यूनाइटेड किंगडम है, जिसके पास 143 पुरस्कार विजेता हैं। जर्मनी ने भौतिकी, रसायन विज्ञान, शांति और साहित्य में 115 पुरस्कार जीते हैं, जबकि फ्रांस 76 विजेताओं के साथ चौथे स्थान पर है।


स्वीडन का योगदान

स्वीडन के पास 34 पुरस्कार


स्वीडन, जहां नोबेल पुरस्कार की शुरुआत हुई थी, वहां भी 34 पुरस्कार विजेता हैं। यह पुरस्कार स्वीडिश रसायनज्ञ और आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल द्वारा स्थापित किया गया था, जिन्होंने अपनी वसीयत में कहा था कि उनकी संपत्ति का उपयोग इस पुरस्कार को प्रदान करने के लिए किया जाए।


भारतीय विजेताओं की उपलब्धियां

रवींद्रनाथ टैगोर: पहले भारतीय नोबेल विजेता


जापान ने 31 नोबेल पुरस्कार जीते हैं, जिनमें हाल ही में विजेता शिमोन साकागुची शामिल हैं। भारत की बात करें तो, रवींद्रनाथ टैगोर 1913 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार जीतने वाले पहले भारतीय बने। इसके बाद, सी. वी. रमन, अमर्त्य सेन और कैलाश सत्यार्थी जैसे कई भारतीयों ने इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को प्राप्त किया है।