Newzfatafatlogo

फरीदाबाद में स्वास्थ्य जागरूकता के लिए ‘चाय पर चर्चा’ कार्यक्रम आयोजित

फरीदाबाद में एकॉर्ड सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल और गायत्री परिवार ट्रस्ट ने 'चाय पर चर्चा' कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया। विशेषज्ञ डॉक्टरों ने गंभीर बीमारियों के लक्षण और बचाव के बारे में जानकारी साझा की। कार्यक्रम में भाग लेने वालों ने डॉक्टरों से सवाल पूछे और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को स्पष्ट किया। आयोजकों ने भविष्य में भी इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है।
 | 
फरीदाबाद में स्वास्थ्य जागरूकता के लिए ‘चाय पर चर्चा’ कार्यक्रम आयोजित

स्वास्थ्य जागरूकता का कार्यक्रम


(फरीदाबाद समाचार) ग्रेटर फरीदाबाद। स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एकॉर्ड सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल और गायत्री परिवार ट्रस्ट ने मिलकर 'चाय पर चर्चा' कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम गायत्री योग साधना मंदिर, सेक्टर 99ए में हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने भाग लिया।


इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सजग करना और विशेषज्ञ डॉक्टरों से संवाद का अवसर प्रदान करना था। इस अवसर पर एकॉर्ड अस्पताल के चेयरमैन डॉ. जितेंद्र कुमार और न्यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. रोहित गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। दोनों डॉक्टरों ने गंभीर बीमारियों के लक्षण, बचाव और आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों पर जानकारी साझा की।


किडनी स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता

डॉ. जितेंद्र कुमार ने गुर्दा संबंधी बीमारियों की प्रारंभिक पहचान, नियमित जांच और जीवनशैली में बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत में तेजी से बदलती जीवनशैली के कारण किडनी स्वास्थ्य को लेकर लोगों को गंभीर होना चाहिए। किडनी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, और इसके प्रति लापरवाही ठीक नहीं है।


कार्यक्रम के दौरान, स्थानीय निवासियों ने डॉक्टरों से खुलकर सवाल पूछे और स्वास्थ्य से जुड़ी अपनी चिंताओं को साझा किया। इस संवादात्मक पहल ने न केवल चिकित्सकीय जानकारी प्रदान की, बल्कि लोगों में स्वास्थ्य के प्रति गंभीरता भी बढ़ाई। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को स्वास्थ्य जागरूकता बुकलेट्स वितरित की गईं। गायत्री परिवार ट्रस्ट के प्रतिनिधियों ने बताया कि भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि समाज में स्वास्थ्य के प्रति सकारात्मक वातावरण बनाया जा सके।