बुलढाणा में रहस्यमयी बीमारियों का प्रकोप: 20 से अधिक लोग प्रभावित

बुलढाणा में स्वास्थ्य संकट
मुंबई समाचार: महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में अज्ञात बीमारियों के मामलों में तेजी आई है, जिससे स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ गई हैं। पहले बाल झड़ने और नाखून गिरने की रहस्यमयी बीमारी के बाद अब एक नई समस्या सामने आई है, जिसमें लोगों के हाथों में दरारें आ रही हैं। इस स्थिति ने स्थानीय निवासियों में दहशत फैला दी है।
डर का माहौल
मेहकर तहसील के शेलगांव-देशमुख गांव में अब तक 20 से अधिक व्यक्तियों के हाथों में गंभीर दरारें देखी गई हैं। इस नई बीमारी के कारण गांव में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव का दौरा किया और बीमारी के लक्षणों की पुष्टि की। त्वचा रोग विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति इसबगोल (psyllium husk) के संपर्क में आने से हो सकती है, लेकिन अभी तक कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला है।
पहले की बीमारियों की स्थिति
बाल और नाखून झड़ने की पहले की बीमारियों पर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) की रिपोर्ट अब तक जारी नहीं की गई है। स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और जल्द ही विस्तृत जांच रिपोर्ट आने की उम्मीद है। इस बीच, नागरिकों को सावधानी बरतने और स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
तीसरी रहस्यमयी बीमारी का प्रभाव
बुलढाणा जिले में लगातार तीसरी रहस्यमयी बीमारी का प्रकट होना केवल एक चिकित्सा चुनौती नहीं है, बल्कि यह एक व्यापक सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट का संकेत भी है। बाल झड़ना, नाखून गिरना और अब हाथों में दरारें आना यह दर्शाता है कि यहां कोई गहरा पर्यावरणीय या रासायनिक कारण हो सकता है, जिसकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। ICMR और अन्य प्रमुख वैज्ञानिक संस्थाएं अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई हैं, जिससे स्थानीय नागरिकों की चिंता और बढ़ गई है।