भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी, विदेशी फंड निकासी का असर

सोमवार को लगातार गिरावट का सामना
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला 19 सितंबर से शुरू होकर 29 सितंबर तक जारी रहा है। यह लगातार सातवें कारोबारी दिन भी जारी रहा। विशेषज्ञों के अनुसार, इस गिरावट का मुख्य कारण विदेशी फंड की निकासी है। पिछले सप्ताह में यह निकासी लगातार होती रही, जिससे बाजार पर दबाव बना हुआ है। इसके अलावा, इस सप्ताह के अंत में आरबीआई की महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है, जिसमें ब्याज दरों पर चर्चा की जाएगी, जिससे बाजार पर और दबाव पड़ने की संभावना है।
सोमवार का बाजार प्रदर्शन
बीएसई सेंसेक्स, जिसमें 30 शेयर शामिल हैं, 61.52 अंक या 0.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,364.94 पर बंद हुआ। इस दौरान, सेंसेक्स ने 80,851.38 का उच्चतम और 80,248.84 का न्यूनतम स्तर छुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 19.80 अंक या 0.08 प्रतिशत गिरकर 24,634.90 पर आ गया। विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण निफ्टी ने लगातार सात कारोबारी सत्रों में 3 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी है। सेंसेक्स की कंपनियों में मारुति, एक्सिस बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, इंफोसिस, अडानी पोर्ट्स और हिंदुस्तान यूनिलीवर में गिरावट आई, जबकि टाइटन, भारतीय स्टेट बैंक, इटर्नल और ट्रेंट में लाभ देखने को मिला।
यूरोपीय बाजारों में सकारात्मक रुख
एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी, शंघाई का एसएसई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग सकारात्मक दायरे में बंद हुए, जबकि जापान का निक्केई 225 सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुआ। यूरोप के शेयर बाजारों में बढ़त देखी गई।
सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि
सोमवार को दिल्ली में चांदी की कीमत 7,000 रुपए बढ़कर 1.5 लाख रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। वहीं, सोने की कीमत 1,500 रुपए की वृद्धि के साथ 1,19,500 रुपए प्रति 10 ग्राम के नए शिखर पर पहुंच गई। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना भी 1,500 रुपए की वृद्धि के साथ 1,18,900 रुपए प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।