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मॉनसून की सक्रियता से कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना

मौसम विभाग ने आगामी दिनों में कई राज्यों में मॉनसून की सक्रियता के चलते भारी बारिश की चेतावनी दी है। दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश में विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जहां जलभराव की समस्या उत्पन्न हो सकती है। अन्य राज्यों जैसे राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी बारिश का असर देखने को मिलेगा। जानें इस मौसम में क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए और किन क्षेत्रों में अधिक बारिश की संभावना है।
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मॉनसून की सक्रियता से कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना

मौसम का मिजाज बदलने की तैयारी

मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि अगले कुछ दिनों में देश के विभिन्न हिस्सों में मॉनसून सक्रिय रहेगा, जिससे भारी बारिश की संभावना है।


दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। शनिवार (29 जुलाई) से दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में मौसम में बदलाव आ सकता है। यहां हल्की से मध्यम बारिश की शुरुआत होने की उम्मीद है, जो कुछ दिनों तक जारी रह सकती है। दिल्ली में उमस के बाद यह बारिश राहत लाएगी, लेकिन निचले इलाकों में जलभराव की समस्या भी उत्पन्न कर सकती है।


उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी भारी बारिश का अनुमान है। भारतीय मौसम विभाग ने पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज और आगरा जैसे शहरों में मूसलाधार बारिश की संभावना है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है। प्रशासन को यातायात जाम और शहरी बाढ़ जैसी स्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।


अन्य प्रभावित राज्यों में राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड शामिल हैं, जहां भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और अचानक बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए यात्रा करने वालों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। दक्षिण भारत के केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में भी कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।


मौसम में यह बदलाव मॉनसून की सक्रियता और बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण हो रहा है। इससे पूरे देश में नमी का स्तर बढ़ गया है, जिससे बारिश की गतिविधियां तेज हो गई हैं। मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे स्थानीय मौसम अपडेट पर ध्यान दें, अनावश्यक यात्रा से बचें और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहें। विशेष रूप से निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।