रिश्तों में प्यार की कमी: जानें कैसे बचाएं अपने संबंध

प्यार में कमी का एहसास
जैसे-जैसे एक रिश्ता आगे बढ़ता है, कई बार ऐसा महसूस होता है कि प्यार में कमी आ रही है। यह एक ऐसा चरण है, जिससे अधिकांश जोड़े कभी न कभी गुजरते हैं। रिश्ते का टूटना अचानक नहीं होता, बल्कि यह धीरे-धीरे, छोटी-छोटी बातों से होता है। कभी अनदेखा करना, कभी जरूरतों को न समझना, और कभी भावनाओं को नजरअंदाज करना, ये सभी चीजें मिलकर रिश्ते में दरार डाल देती हैं.
छोटी अस्वीकृतियों का प्रभाव
डेटिंग विशेषज्ञों का कहना है कि हम अनजाने में रोज कुछ ऐसा कर जाते हैं, जो हमें अपने साथी से और दूर ले जाता है। समय के साथ ये छोटी-छोटी दूरियां एक बड़ी खाई में बदल जाती हैं, और एक दिन ऐसा आता है जब दोनों एक-दूसरे के सामने होते हुए भी बहुत दूर नजर आते हैं.
माइक्रो रिजेक्शन का महत्व
डेटिंग कोच जिलियन टुरेकी बताती हैं कि 'माइक्रो रिजेक्शन' यानी वो छोटी-छोटी बातें जिन्हें हम नजरअंदाज कर देते हैं, महीनों और सालों में जमा होकर एक मजबूत रिश्ते को भी तोड़ सकती हैं। वे कहती हैं, 'हम शायद ही कभी इसलिए ब्रेकअप करते हैं क्योंकि हम एक-दूसरे से प्यार नहीं करते। असल में, ज्यादातर रिश्ते इसलिए टूटते हैं क्योंकि उनमें कनेक्शन की कमी हो जाती है।'
अस्वीकृति की पहचान
डेटिंग कोच के अनुसार, यह किसी भी रिश्ते को अंदर से तोड़ने वाली सबसे खामोश लेकिन प्रभावी वजह हो सकती है। जब कनेक्शन खोने लगता है, तो इसका एक बड़ा कारण बार-बार की गई छोटी-छोटी अस्वीकृतियां होती हैं, जिन पर हम अक्सर ध्यान नहीं देते।
रिश्ते को मजबूत बनाने के उपाय
डेटिंग कोच ने बताया कि मजबूत रिश्ते एक दिन में नहीं बनते, बल्कि ये रोजाना की कोशिशों और जुड़ाव से विकसित होते हैं। उन्होंने कहा, 'एक रिश्ते को हर दिन थोड़े से जुड़ाव की जरूरत होती है, जैसे कि एक सच्ची नजर मिलाना, बिना वजह की दयालुता, और पूरी मौजूदगी के साथ सुनना-समझना।'