लखनऊ में ज्वेलरी शोरूम से करोड़ों की चोरी: महिला कर्मचारी पर आरोप
लखनऊ में हाई-प्रोफाइल चोरी का मामला
लखनऊ: गोमतीनगर स्थित एक प्रसिद्ध ज्वेलरी शोरूम से करोड़ों रुपये के आभूषण चोरी होने की घटना सामने आई है। इस चोरी का आरोप शोरूम में पिछले चार वर्षों से कार्यरत एक महिला कर्मचारी पर लगा है।
आरोपी कोमल श्रीवास्तव, जो कि केवल 22,000 रुपये प्रति माह की सैलरी पर काम कर रही थी, ने धीरे-धीरे 2.5 किलो सोना और हीरे जड़े आभूषण चुरा लिए। इनकी कुल कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है। पुलिस के पहुंचने से पहले ही कोमल और उसका पति फरार हो चुके थे।
शोरूम के अधिकारियों के अनुसार, यह चोरी चार सालों में धीरे-धीरे हुई। कोमल ने स्टॉक वेरिफिकेशन के बहाने सोना और जेवर गायब करना शुरू किया। इस मामले का खुलासा दीपावली की रात हुआ, जब एक ग्राहक ने बायबैक स्कीम के तहत सोना मांगा।
कोमल ने ग्राहक को बताया कि सोना गल गया है। जब काउंटर स्टाफ ने इस पर सवाल उठाया, तो उसने कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया। इसके बाद स्टाफ ने मैनेजर धीरज डाल को इसकी सूचना दी।
जब मैनेजर ने पिछले 5-6 दिनों के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, तो कोमल की गतिविधियाँ संदिग्ध लगीं। फुटेज में वह सोने के कड़े और जेवरों को चुपके से अपनी साड़ी या बैग में छिपाते हुए नजर आई। 15-16 अक्टूबर को उसने खुलेआम जेवर कपड़ों में लपेटकर बाहर निकाले।
स्टॉक मिलान के बाद पता चला कि 2.5 किलो सोना गायब है, जिसकी बाजार कीमत लगभग 2.5 करोड़ रुपये है।
मैनेजर ने बताया कि कोमल कोविड के बाद नौकरी की तलाश में आई थी और सामान्य बैकग्राउंड के कारण उसे नौकरी दी गई थी। चार साल में उसने सभी का विश्वास जीत लिया था।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि कोमल ने चोरी के पैसों से 70-75 लाख रुपये का फ्लैट खरीदा और कार का लोन चुकाया। पुलिस को संदेह है कि चुराया गया सोना पिघलाकर बाजार में बेचा गया होगा।
इस मामले में नया मोड़ तब आया जब कोमल के पति ने महानगर कोतवाली में तहरीर दी। उसने आरोप लगाया कि शोरूम प्रबंधन और मैनेजर ने कोमल के साथ अनुचित व्यवहार किया और उस पर झूठे आरोप लगाए।
ADCP पूर्वी अमित कुमावत ने बताया कि गोमतीनगर थाने में FIR दर्ज कर ली गई है और तीन सालों की चोरी के मामले की गहन जांच चल रही है। फिलहाल, कोमल और उसका पति फरार हैं, और पुलिस उनकी तलाश में दिल्ली-एनसीआर और अन्य शहरों में छापेमारी कर रही है।
