विजय देवरकोंडा की फिल्म 'साम्राज्य' पर तमिलनाडु में विवाद बढ़ा

फिल्म 'साम्राज्य' पर विवाद
विवादित फिल्म: तेलुगु अभिनेता विजय देवरकोंडा की नई फिल्म 'साम्राज्य' तमिलनाडु में विवादों का सामना कर रही है। तमिल राष्ट्रवादी समूह 'नाम तमिलर काची' ने फिल्म पर आरोप लगाया है कि यह तमिल ईलम समुदाय को गलत तरीके से प्रस्तुत करती है। इस विवाद के चलते कई शहरों में फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन हुए, जिसमें सिनेमाघरों पर हमले और बैनर फाड़ने की घटनाएं शामिल हैं। मद्रास हाई कोर्ट ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए तमिलनाडु पुलिस और प्रदर्शनकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है.
प्रदर्शन और आपत्ति
विरोध की वजहें: एनटीके का कहना है कि 'साम्राज्य' में श्रीलंकाई तमिलों को अपराधी और दास के रूप में दर्शाया गया है, जो कि तमिल इतिहास को गलत तरीके से पेश करता है। संगठन ने फिल्म के खलनायक का नाम तमिल देवता मुरुगन के नाम पर रखने पर भी आपत्ति जताई है। प्रदर्शनकारियों ने मदुरै, तिरुचिरापल्ली और रामनाथपुरम जैसे शहरों में सिनेमाघरों के बाहर विरोध प्रदर्शन किए और फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। इस बीच, तमिलनाडु के वितरक एसएसआई प्रोडक्शन्स ने पुलिस सुरक्षा की मांग को लेकर हाई कोर्ट का रुख किया है.
मद्रास हाईकोर्ट के निर्देश
कोर्ट की टिप्पणी: मद्रास हाई कोर्ट के जस्टिस डी. भरत चक्रवर्ती ने सुनवाई के दौरान कहा कि सेंसर बोर्ड से मंजूरी प्राप्त फिल्म को रोकना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि विरोध करना सभी का अधिकार है, लेकिन यह लोकतांत्रिक और अहिंसक होना चाहिए। कोर्ट ने पुलिस को निर्देश दिया कि यदि सिनेमाघरों को धमकी मिलती है या स्क्रीनिंग में बाधा आती है, तो सुरक्षा प्रदान की जाए. मद्रास हाई कोर्ट ने पुलिस के इस बयान को रिकॉर्ड में रखा है.
निर्माताओं का स्पष्टीकरण
फिल्म की वास्तविकता: विवाद के बीच, सोशल मीडिया पर फिल्म के निर्माता सिथारा एंटरटेनमेंट्स की ओर से एक माफी पत्र वायरल हुआ, जिसे निर्माताओं ने फर्जी बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि 'साम्राज्य' पूरी तरह से काल्पनिक कहानी है और इसमें तमिल समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला कोई दृश्य नहीं है.