शुभमन गिल की ऐतिहासिक बल्लेबाजी: इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में रिकॉर्ड तोड़ने की ओर
भारतीय क्रिकेट में गिल का अद्वितीय प्रदर्शन
भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए यह समय मिश्रित भावनाओं से भरा हुआ है, क्योंकि इंग्लैंड के खिलाफ चल रही पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला में टीम 1-2 से पीछे है। हालांकि, भारतीय टीम ने अधिकांश मैचों में शानदार प्रदर्शन किया है। कप्तान शुभमन गिल का बल्ले से प्रदर्शन विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा है, जिन्होंने आठ पारियों में 90.25 की औसत से 722 रन बनाए हैं, जिसमें चार शतक शामिल हैं। गिल अब वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज क्लाइड वॉलकॉट के 1955 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाए गए रिकॉर्ड की बराबरी के बेहद करीब हैं।वॉलकॉट ने एक टेस्ट श्रृंखला में पांच शतक लगाने का कीर्तिमान स्थापित किया था, जो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। उन्होंने दस पारियों में 827 रन बनाए, जिसमें दो अर्धशतक भी शामिल थे और उनका औसत 82.70 रहा। गिल के पास इस रिकॉर्ड को छूने और तोड़ने का सुनहरा अवसर है, खासकर यदि वह आगामी एजबेस्टन टेस्ट में अपने पिछले प्रदर्शन को दोहराते हैं, जिसमें उन्होंने क्रमशः 269 और 161 रन बनाए थे।
शुभमन गिल की तुलना भारतीय क्रिकेट के दिग्गजों सुनील गावस्कर और विराट कोहली से की जा रही है, जिन्होंने भी एक ही टेस्ट श्रृंखला में चार शतक लगाए हैं। गावस्कर ने यह उपलब्धि दो बार वेस्टइंडीज के खिलाफ हासिल की थी, जबकि कोहली ने 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐसा किया था। यदि गिल इस श्रृंखला के अंतिम टेस्ट में भी शतक बनाते हैं, तो वह अपने नाम एक विशेष उपलब्धि दर्ज करवा लेंगे।
25 वर्ष की आयु में, गिल क्रिकेट के इतिहास के कुछ सबसे बड़े रिकॉर्डों को चुनौती दे रहे हैं। वह डॉन ब्रैडमैन के 1936-37 में इंग्लैंड के खिलाफ कप्तान के रूप में सर्वाधिक रन बनाने के रिकॉर्ड से केवल 89 रन दूर हैं। यह रिकॉर्ड 89 साल पुराना है और भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए गर्व की बात है कि गिल इसे जल्द ही तोड़ सकते हैं। इसके साथ ही, गिल गावस्कर के एक टेस्ट श्रृंखला में सबसे अधिक रन बनाने के रिकॉर्ड के करीब भी हैं, जिसमें गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ चार मैचों में 774 रन बनाए थे। यदि गिल इस मुकाम को पार कर लेते हैं, तो उनका नाम क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज होगा।