सर्दियों में गीजर का सुरक्षित उपयोग: जानें जरूरी टिप्स
गीजर का सही उपयोग: सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
सर्दियों में गर्म पानी से स्नान करना सुखद होता है, लेकिन गीजर का लगातार चालू रहना खतरनाक साबित हो सकता है। हाल के वर्षों में गीजर के फटने और बिजली के झटके से संबंधित घटनाओं में वृद्धि हुई है। इसके पीछे मुख्य कारणों में खराब वायरिंग, प्रेशर वाल्व की अनदेखी और स्नान करते समय गीजर को चालू रखना शामिल हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि थोड़ी तकनीकी जानकारी और सुरक्षा नियमों का पालन करके इन खतरों को कम किया जा सकता है। गीजर की सही स्थापना, अर्थिंग की जांच और तापमान नियंत्रण जैसे उपाय हर घर के लिए आवश्यक हो गए हैं। यह लेख इन्हीं महत्वपूर्ण सुझावों पर केंद्रित है।
पहला अलर्ट – घर की सुरक्षा, आपकी जिम्मेदारी
अधिकतर लोग सुबह जल्दी में गीजर चालू करके बाथरूम में चले जाते हैं और स्नान करते समय उसे बंद नहीं करते। यह एक सामान्य लेकिन गंभीर लापरवाही है। लगातार चालू रहने से टैंक का प्रेशर बढ़ सकता है, जिससे फटने का खतरा उत्पन्न होता है। करंट लगने का मुख्य कारण अर्थिंग का न होना और वायर में लीकेज है। बाथरूम में नमी होने पर झटका अधिक तेज महसूस होता है। इसलिए स्नान से पहले गीजर को बंद करना और वायरिंग की जांच करना अनिवार्य है।
दूसरा अलर्ट – इंस्टॉलेशन की गलती, खतरे की जड़
यदि गीजर को गलत तरीके से स्थापित किया गया है, तो यह पानी गर्म करने के साथ-साथ शॉर्ट सर्किट का जोखिम भी बढ़ा सकता है। इंस्टॉलेशन के दौरान अर्थिंग वायर को सीधे ग्राउंड प्लेट से जोड़ना आवश्यक है। यदि उपकरण दीवार पर मजबूती से नहीं लगा है, तो कंपन से वायर ढीले हो सकते हैं। कई घरों में प्रेशर रिलीज वाल्व को सही तरीके से नहीं लगाया जाता, जिससे टैंक में अतिरिक्त दबाव जमा हो जाता है। हमेशा प्रशिक्षित तकनीशियन से इंस्टॉलेशन कराना चाहिए ताकि समस्याएं शुरू में ही हल हो सकें।
तीसरा अलर्ट – सर्विसिंग नहीं तो रिस्क फिक्सिंग भी नहीं
लोग अक्सर गीजर की सर्विसिंग तब कराते हैं जब वह पूरी तरह से खराब हो जाता है। जबकि सुरक्षा के लिए हर 6-8 महीने में इसकी जांच आवश्यक है। सर्विसिंग के दौरान प्रेशर वाल्व, थर्मोस्टेट, टैंक लीकेज और वायर हीटिंग की जांच की जाती है। यदि थर्मोस्टेट खराब हो जाता है, तो तापमान अनियंत्रित हो सकता है, जिससे टैंक और बिजली दोनों पर दबाव बढ़ता है। सर्विसिंग में देरी का मतलब है कि उपकरण के भीतर बन रही समस्याओं का समय पर समाधान नहीं हो पा रहा, जो हादसे की संभावना को बढ़ाता है।
चौथा अलर्ट – खरीदारी में बचत, सुरक्षा में नहीं
जब लोग गीजर खरीदते हैं, तो वे कीमत में छूट पर ध्यान देते हैं, लेकिन सुरक्षा प्रमाण आवश्यक है। ISI मार्क और ऑटो-कट फीचर वाले गीजर अधिक सुरक्षित माने जाते हैं। सस्ते उपकरणों में वायर की गुणवत्ता, थर्मल कोटिंग और सेंसर कमजोर हो सकते हैं, जिससे ओवरहीट और करंट लीकेज का जोखिम बढ़ता है। उपकरण में डिजिटल तापमान नियंत्रण, सेफ्टी शील्ड और सेफ टैंक कोटिंग जैसे फीचर सुरक्षा की पहली परत होते हैं। थोड़ी अतिरिक्त लागत भविष्य के बड़े नुकसान से बचा सकती है।
पांचवां अलर्ट
गीजर का उपयोग करने से पहले अर्थिंग की जांच करें, तापमान को 50-55°C पर सेट करें और पानी भरने के बाद ही चालू करें। स्नान करते समय गीजर को बंद रखें और स्विच को सूखे हाथों से छुएं। बाथरूम में मल्टी-प्लग और ढीले सॉकेट का उपयोग न करें। यदि वायर ओवरहीट लगे, तो तुरंत बिजली काट दें। बच्चों और बुजुर्गों को गीजर के उपयोग की बुनियादी सुरक्षा समझाएं। ये छोटी आदतें ब्लास्ट और करंट जैसे बड़े खतरों को टालने में मदद कर सकती हैं।
