Newzfatafatlogo

सोनौली सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा: DIG मुन्ना सिंह का निरीक्षण

19 दिसंबर 2025 को, DIG मुन्ना सिंह ने सोनौली सीमा पर सुरक्षा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने जवानों की तैयारियों की समीक्षा की और स्थानीय निवासियों से संवाद किया। इस दौरान, उन्होंने तंबाकू उत्पादों के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाई और स्वस्थ आहार अपनाने का संदेश दिया। डीआईजी ने सीमा पर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए।
 | 
सोनौली सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा: DIG मुन्ना सिंह का निरीक्षण

सुरक्षा व्यवस्था की मजबूती के लिए निरीक्षण


महराजगंज से रिपोर्ट: भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के गोरखपुर सेक्टर के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मुन्ना सिंह ने 19 दिसंबर 2025 को सोनौली ट्रेड और ट्रांजिट रूट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सीमा स्तंभ संख्या 517 से 517/2 तक पैदल गश्त की और सुरक्षा व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की।


निरीक्षण के समय 22वीं वाहिनी एसएसबी महराजगंज की एफ कंपनी के कमांडर सहायक कमांडेंट सी. विवेक भी उपस्थित थे। उन्होंने डीआईजी को सीमा क्षेत्र की गतिविधियों, तैनाती और सुरक्षा व्यवस्थाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।


डीआईजी ने सीमा पर तैनात जवानों की ऑपरेशनल तैयारियों, सतर्कता और निगरानी व्यवस्था का जायजा लेते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की राष्ट्रविरोधी गतिविधि, अवैध घुसपैठ या सीमा पर अस्थिरता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चौकसी और खुफिया तंत्र को और मजबूत करने पर जोर दिया।


निरीक्षण के दौरान, डीआईजी ने सीमावर्ती गांवों के निवासियों से बातचीत की और उन्हें आश्वस्त किया कि एसएसबी सेवा, सुरक्षा और भाईचारे की भावना के साथ सीमा क्षेत्र में तैनात है। उन्होंने तंबाकू उत्पादों—जैसे सिगरेट, गुटखा, खैनी—के सेवन के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी और लोगों से इनसे दूर रहने की अपील की। इसके साथ ही, उन्होंने दूध, फल और मोटे अनाज जैसे स्वस्थ आहार अपनाने का संदेश दिया।


उन्होंने नो मैन्स लैंड को स्वच्छ रखने, खुले में शौच न करने और कचरा न फैलाने की अपील की, साथ ही फलदार पौधों के रोपण पर विशेष जोर दिया ताकि एक स्वच्छ और हरित वातावरण का निर्माण हो सके।


डीआईजी ने नेपाल की एपीएफ, नेपाल पुलिस के साथ-साथ भारत की स्थानीय पुलिस, इमीग्रेशन, कस्टम, खुफिया एजेंसियों और सिविल प्रशासन के बीच बेहतर समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए, जिससे सुरक्षा के साथ-साथ यात्रियों और व्यापारिक गतिविधियों का संचालन सुचारु रूप से किया जा सके।


निरीक्षण का समापन डीआईजी द्वारा जवानों से संवाद के साथ हुआ, जिससे बल कर्मियों का मनोबल बढ़ा।