Newzfatafatlogo

हरियाणा में बाढ़ की स्थिति: कुरुक्षेत्र और हिसार में फसलें बर्बाद

हरियाणा में हालिया बाढ़ ने कुरुक्षेत्र और हिसार में गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी है। लगभग 100 गांव कुरुक्षेत्र में प्रभावित हुए हैं, जबकि हिसार में 200 से अधिक गांवों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है, लेकिन स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। जानें इस संकट के बारे में और अधिक जानकारी।
 | 
हरियाणा में बाढ़ की स्थिति: कुरुक्षेत्र और हिसार में फसलें बर्बाद

कुरुक्षेत्र में बाढ़ का संकट


कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी का जलस्तर
हरियाणा में हालिया बारिश के कारण नदी-नालों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। हालांकि, अब स्थिति में सुधार हो रहा है। कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी के ओवरफ्लो होने से लगभग 100 गांव प्रभावित हुए हैं।


प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है। अच्छी खबर यह है कि मारकंडा नदी का जल स्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है। हिसार जिले में लगातार बारिश ने स्थिति को और बिगाड़ दिया है।


किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं और कई गांवों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। लगभग 200 गांवों की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं, और 20 गांवों में पानी घुस गया है। प्रशासन ने 71 स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है।


मारकंडा नदी का जल स्तर

मारकंडा नदी में बह रहा 14,700 क्यूसेक पानी


कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में मारकंडा नदी का जल स्तर पिछले 24 घंटों में 4,500 क्यूसेक कम हो गया है। गेज रीडर के अनुसार, रविवार रात को नदी में 17,677 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया था।


सुबह 6 बजे तक, नदी में 14,700 क्यूसेक पानी रिकॉर्ड किया गया, जो कि खतरे के स्तर से 0.45 मीटर नीचे बह रही है। इस्माइलाबाद के नैसी गांव में तटबंध को बांधने का कार्य जारी है।


कुरुक्षेत्र में फसलें प्रभावित

कुरुक्षेत्र में 23,574 एकड़ फसलें प्रभावित


प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार, कुरुक्षेत्र के 100 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें शाहाबाद के 63, लाडवा के 7 और पिहोवा के 30 गांव शामिल हैं। जिले में 23,574 एकड़ फसलें प्रभावित हुई हैं। किसान ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर नुकसान का विवरण दर्ज करवा रहे हैं।


हरियाणा में जलभराव की स्थिति

3,060 गांवों में बाढ़ का असर


हरियाणा में यमुना, मारकंडा, घग्गर और टांगरी जैसी नदियों के अलावा कई बरसाती नदियों ने बाढ़ की स्थिति उत्पन्न की है। लगभग 3,060 गांवों में जलभराव हुआ है। ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर 1.84 लाख किसानों ने 11 लाख एकड़ फसलों में नुकसान का दावा किया है।


हिसार में फसलें बर्बाद

हिसार में 1,45,000 एकड़ फसलें प्रभावित


हिसार में 307 में से 276 गांवों में फसलें बर्बाद हो गई हैं। किसानों ने 1,45,000 एकड़ क्षेत्र का नुकसान दर्ज किया है।


कुरुक्षेत्र में तटबंध टूटने की घटनाएं

मारकंडा नदी का तटबंध टूटना


कुरुक्षेत्र में मारकंडा, सरस्वती, राक्षी और घग्गर नदियों में बाढ़ आई है। नैसी गांव में मारकंडा नदी का तटबंध तीन जगहों से टूटा है। इससे शाहाबाद, झांसा और इस्माइलाबाद में नुकसान हुआ है।


अंबाला में भी बाढ़ की समस्या

अंबाला में बाढ़ की स्थिति


अंबाला में टांगरी, मारकंडा और अन्य छोटी नदियों में बाढ़ आई है। टांगरी नदी के कारण कई कॉलोनियों के लोगों को पलायन करना पड़ा है।