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होम लोन के लिए आवेदन करते समय ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण बातें

क्या आप होम लोन के लिए आवेदन करने की सोच रहे हैं? रिजेक्शन से निराश न हों! इस लेख में हम आपको 7 महत्वपूर्ण सुझाव देंगे, जो आपकी वित्तीय स्थिति को मजबूत करेंगे और लोन अप्रूवल की संभावनाओं को बढ़ाएंगे। जानें कैसे को-एप्लीकेंट जोड़ने, डाउन पेमेंट बढ़ाने और CIBIL स्कोर सुधारने से आप अपने सपनों का घर खरीद सकते हैं।
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होम लोन के लिए आवेदन करते समय ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण बातें

होम लोन के लिए रिजेक्शन से निराश न हों


होम लोन: यदि आपको होम लोन के लिए रिजेक्शन मिला है, तो यह निराशाजनक हो सकता है, लेकिन यह आपकी यात्रा का अंत नहीं है। सही योजना और समझदारी से उठाए गए कदमों से आप बैंक के 'नहीं' को 'हाँ' में बदल सकते हैं। यहां 7 सरल और प्रभावी तरीके दिए गए हैं जो आपकी वित्तीय चिंताओं को कम करने में मदद करेंगे और आपके घर खरीदने के सपने को साकार करेंगे।


को-एप्लीकेंट जोड़ने पर विचार करें

यदि आपकी आय कम है या आपका CIBIL स्कोर संतोषजनक नहीं है, तो अकेले आवेदन करने के बजाय को-एप्लीकेंट जोड़ने पर ध्यान दें। अपने पति/पत्नी, माता-पिता या बच्चों को को-एप्लीकेंट के रूप में शामिल करने से आपकी लोन चुकाने की क्षमता में वृद्धि होती है। इससे बैंक को विश्वास होता है कि यदि एक एप्लीकेंट किस्तें नहीं चुका पाता है, तो दूसरा चुकाएगा, जिससे उनका जोखिम कम हो जाता है।


डाउन पेमेंट बढ़ाएं और लोन राशि कम करें

बैंक हमेशा लोन-टू-वैल्यू (LTV) अनुपात पर ध्यान देते हैं। अधिक डाउन पेमेंट करने से आप बैंक के जोखिम को काफी कम कर सकते हैं। जब लोन राशि कम होती है, तो ईएमआई (समान मासिक किस्त) भी घट जाती है। कम ईएमआई से बैंक को यह विश्वास होता है कि आप आसानी से किस्तें चुका सकते हैं, जिससे लोन अप्रूव होने की संभावना बढ़ जाती है।


CIBIL स्कोर का ध्यान रखें

खराब CIBIL स्कोर होम लोन रिजेक्शन का एक प्रमुख कारण है। 750 से ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है। इसे सुधारने के लिए, अपनी ईएमआई समय पर चुकाएं, पुराने कर्ज जल्दी चुकाएं और अपनी क्रेडिट रिपोर्ट में किसी भी गलती को सुधारें। एक बार आपका स्कोर सुधर जाए, तो कुछ महीनों बाद फिर से आवेदन करें। अच्छा CIBIL स्कोर विश्वास का संकेत है।


FOIR में सुधार करें

बैंक आपके FOIR (Fixed Obligation to Income Ratio) पर ध्यान देते हैं। यदि यह 50% से अधिक है, तो लोन रिजेक्ट हो सकता है। FOIR का मतलब है आपकी मासिक आय का वह हिस्सा जो आप मौजूदा लोन और क्रेडिट कार्ड बिल चुकाने में खर्च करते हैं। नया लोन लेने से पहले, छोटे कर्ज चुकाकर अपना FOIR कम करें।


लोन की अवधि बढ़ाएं

लोन की अवधि बढ़ाने से आपकी मासिक ईएमआई कम हो जाती है। कम ईएमआई का मतलब है कि आपकी मासिक आय में अधिक बचत होगी, जिससे बैंक को यह विश्वास होगा कि आप समय पर लोन चुका देंगे। हालांकि, लंबी अवधि में आपको अधिक कुल ब्याज चुकाना पड़ सकता है, लेकिन यह लोन मंजूरी के आपके चांस बढ़ाने का एक सरल तरीका है।


फाइनेंशियल रिकॉर्ड का महत्व

उसी बैंक से लोन के लिए आवेदन करें जहाँ आपका सैलरी या सेविंग अकाउंट है। यह बैंक पहले से ही आपके फाइनेंशियल रिकॉर्ड से परिचित है, इसलिए यह उन्हें भरोसा करने में आसान बनाता है। बैंक लंबे समय से उनके ग्राहक रहे लोगों को आसानी से लोन देते हैं क्योंकि वे उनकी फाइनेंशियल स्थिति जानते हैं।


नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी का विकल्प

यदि आपका बैंक बार-बार लोन देने से मना कर रहा है, तो किसी नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) पर विचार करें। NBFC के नियम बैंकों की तुलना में थोड़े लचीले होते हैं, और आप कम क्रेडिट स्कोर पर भी लोन ले सकते हैं। हालाँकि, ध्यान रखें कि ब्याज दरें बैंकों की तुलना में थोड़ी अधिक हो सकती हैं, इसलिए सोच-समझकर निर्णय लें।