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अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे: चूरू को मिलेगी नई कनेक्टिविटी

भारत सरकार की भारतमाला परियोजना के तहत अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे का विस्तार चूरू जिले तक किया जा रहा है। इससे जालोर जैसे पिछड़े क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी, जिससे व्यापार और पर्यटन में वृद्धि होगी। किसानों को अपने उत्पादों को बड़े बाजारों में भेजने में आसानी होगी, और नए उद्योगों की स्थापना के अवसर भी बढ़ेंगे। जानें इस महत्वपूर्ण परियोजना के बारे में और कैसे यह क्षेत्र के विकास में सहायक होगी।
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अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे: चूरू को मिलेगी नई कनेक्टिविटी

अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे का विस्तार


नवीनतम जानकारी: भारत सरकार की महत्वाकांक्षी भारतमाला परियोजना के तहत, अमृतसर-जामनगर 6 लेन एक्सप्रेसवे अब राजस्थान के चूरू जिले से भी गुजरेगा। पहले यह एक्सप्रेसवे हनुमानगढ़, बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर और जालोर से होकर गुजरता था।


चूरू को इस एक्सप्रेसवे से जोड़ने से रेगिस्तानी क्षेत्र की कनेक्टिविटी देश के प्रमुख औद्योगिक राज्यों से बेहतर होगी। इससे जालोर जैसे पिछड़े जिलों को तेज़ परिवहन, बेहतर लॉजिस्टिक सुविधाएं और व्यापार में लाभ मिलेगा।


माल ढुलाई की लागत में कमी


इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से जालोर के किसान अपने कृषि उत्पाद जैसे इसबगोल, जीरा, अरंडी और टमाटर को बड़े बाजारों में आसानी से भेज सकेंगे। इससे माल ढुलाई की लागत में कमी आएगी और किसानों तथा व्यापारियों का लाभ बढ़ेगा।


चूरू की हवेलियां, लोक संस्कृति और रेगिस्तान का दृश्य पहले से ही पर्यटकों को आकर्षित करता है। जालोर का सुंधा माता मंदिर, प्राचीन किले और ऊंट सफारी अब आसान पहुंच के कारण पर्यटन के नए आकर्षण बन सकते हैं। इससे दोनों जिलों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।


650 किलोमीटर थार रेगिस्तान से यात्रा


अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे लगभग 650 किलोमीटर तक थार के रेगिस्तान से होकर गुजरेगा। इससे बीकानेर, बाड़मेर और जालोर जैसे सूखे क्षेत्रों को सीधे दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों से जोड़ा जाएगा। इससे गांवों और कस्बों में विकास के नए अवसर खुलेंगे।


यह हाईवे भारत सरकार की मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसी योजनाओं को आगे बढ़ाने में सहायक होगा, जिससे जालोर जैसे जिले में नए उद्योग स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त होगा। इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा और निवेश में वृद्धि होगी।


नए उद्योगों की संभावनाएं


यह हाईवे जालोर जिले में नए उद्योगों की स्थापना के लिए अवसर प्रदान करेगा। इससे यहां औद्योगिक इकाइयां स्थापित होंगी, जिससे युवाओं को नौकरी के अवसर मिलेंगे और जिले में निवेश बढ़ेगा।