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अहमदाबाद विमान दुर्घटना में 270 लोगों की जान गई, परिवारों में छाया मातम

अहमदाबाद में एक विमान दुर्घटना ने 270 लोगों की जान ले ली, जिसमें 241 यात्री शामिल थे। यह घटना कई परिवारों के लिए एक भयानक त्रासदी बन गई है। वडोदरा की यास्मीन वोरा, जो अपनी गर्भवती बहू की मदद के लिए लंदन जा रही थीं, इस हादसे में अपनी जान गंवा बैठीं। उनके पति यासीन वोरा अस्पताल में उनके शव का इंतजार कर रहे हैं। जानें इस दुखद घटना के बारे में और प्रभावित परिवारों की कहानी।
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विमान दुर्घटना का दुखद मंजर

अहमदाबाद में गुरुवार को एक विमान दुर्घटना में 270 लोगों की जान चली गई, जिनमें 241 यात्री शामिल थे। यह विमान अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रहा था, जब यह कुछ ही समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया और जोरदार विस्फोट हुआ। इस हादसे ने कई परिवारों को बर्बाद कर दिया, जिनमें वडोदरा की 51 वर्षीय यास्मीन वोरा का परिवार भी शामिल है। यास्मीन ने 9 जून की बजाय 12 जून को लंदन जाने का निर्णय लिया था, ताकि वह अपनी गर्भवती बहू की सहायता कर सकें। परिवार अपनी खुशियों को बढ़ाने के लिए यात्रा पर निकला था, लेकिन यास्मीन की योजना विफल हो गई और उनकी दुखद मृत्यु हो गई।
गुरुवार दोपहर, यास्मीन एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 में सवार थीं, जो लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भर रही थी। यह बोइंग 878 ड्रीमलाइनर विमान अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ समय बाद मेघानी नगर क्षेत्र में एक छात्रावास से टकरा गया। इस दुर्घटना में विमान में सवार 241 यात्रियों की जान चली गई, जबकि केवल एक यात्री बच पाया। यास्मीन के साथ यात्रा कर रहे उनके भतीजे परवेज की भी मृत्यु हो गई। यास्मीन के पति यासीन वोरा अब अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम केंद्र के बाहर शव का इंतजार कर रहे हैं। पीड़ितों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण किया जा रहा है। यासीन ने कहा कि जब हमने उन्हें हवाई अड्डे पर छोड़ा, तब हमें दुर्घटना के बारे में जानकारी मिली। जब मुझे पता चला कि विमान में 1.25 लाख लीटर ईंधन था, तो मुझे यकीन हो गया कि मैं उन्हें फिर कभी नहीं देख पाऊंगा। मैंने फिर भी उन्हें तलाशते हुए अस्पताल जाने का प्रयास किया, लेकिन वहां केवल शव और घायलों को ही देखा।