आज रात का सुपरमून: साल की सबसे खूबसूरत चांदनी रात
मार्गशीर्ष पूर्णिमा का विशेष अवसर
नई दिल्ली - आज मार्गशीर्ष पूर्णिमा का दिन है, और इस रात खगोल विज्ञान के शौकीनों के लिए एक विशेष अनुभव होने वाला है। 2025 का अंतिम और सबसे बड़ा सुपरमून आज रात आसमान में चमकने वाला है, जिसे लोग पूनम का चाँद भी कहते हैं।
सुपरमून की विशेषताएँ
सामान्य पूर्णिमा से बड़ा और चमकीला चाँद
इस बार चाँद पृथ्वी के करीब, लगभग 3,57,000 किलोमीटर की दूरी पर होगा। इस कारण आज का चाँद सामान्य पूर्णिमा की तुलना में लगभग 10 प्रतिशत बड़ा और 30 प्रतिशत अधिक चमकीला दिखाई देगा। इसे कोल्ड सुपरमून कहा जाता है। जब चाँद अपनी कक्षा में पृथ्वी के निकटतम बिंदु पर पहुँचता है, तब यह सुपरमून बनता है, जिससे इसकी चमक और आकार बढ़ जाता है।
भारत में चाँद का दर्शन
शाम 7 बजे से दिखना शुरू
भारत में सुपरमून शाम 7 बजे के आसपास दिखाई देने लगेगा। चंद्रोदय के समय चाँद का रंग हल्का नारंगी होगा, जो इसे और भी आकर्षक बनाएगा। यदि मौसम साफ रहा, तो दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु सहित देश के हर हिस्से से इसे बिना दूरबीन के देखा जा सकेगा।
बृहस्पति का अद्भुत संगम
आसमान में बृहस्पति का साथ
आज रात केवल सुपरमून ही नहीं, बल्कि शीतकालीन तारामंडल और चंद्रमा के पास चमकता हुआ बृहस्पति ग्रह भी दिखाई देगा। यह संयोजन आज रात के आसमान को और भी जादुई बनाएगा।
साल का सबसे ऊँचा चाँद
क्यों होगा आज का चाँद सबसे ऊँचा?
आज के सुपरमून की एक और खासियत है—यह साल का सबसे ऊँचा चाँद होगा। दिसंबर में पूर्णिमा का चाँद हर साल सबसे ऊँचा उठता है क्योंकि 21 दिसंबर को सर्दियों की संक्रांति होती है। इस दिन सूर्य अपनी कक्षा में सबसे नीचे होता है, और चाँद हमेशा सूर्य की विपरीत दिशा में होता है। इस कारण, 5 दिसंबर की शाम सूरज ढलने के करीब एक घंटे बाद जब चाँद निकलेगा, तो पूरा आसमान उसके प्रकाश से नहाया हुआ दिखाई देगा—साल की सबसे सुंदर चाँदनी रात।
