आलू और प्याज: सही तरीके से स्टोर करने की जानकारी
आलू और प्याज का सही भंडारण
हर रसोई में आलू और प्याज का होना आम बात है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनका गलत भंडारण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है? विशेषज्ञों का कहना है कि थोड़ी सी लापरवाही से ये साधारण सब्जियां जहरीली हो सकती हैं।जब आलू हानिकारक हो जाएं: अगर आलू में हरा रंग दिखाई दे या उसमें अंकुर निकल आएं, तो यह संकेत है कि आपको सतर्क रहना चाहिए। ऐसे आलुओं में 'ग्लाइकोअल्कलॉइड्स' जैसे विषैले तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है, जिनमें सोलनिन और चाकोनिन शामिल हैं। ये तत्व कीटों से बचाव के लिए होते हैं, लेकिन इनकी अधिकता से मानव स्वास्थ्य को गंभीर खतरा हो सकता है।
विषाक्तता के लक्षण: यदि कोई व्यक्ति सोलनिन युक्त आलू का अधिक सेवन करता है, तो उसे पेट दर्द, उल्टी, दस्त जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। गंभीर मामलों में यह सिरदर्द, चक्कर आना, तेज़ धड़कन, रक्तचाप में गिरावट और सांस लेने में कठिनाई जैसी स्थितियों का कारण बन सकता है।
मधुमेह रोगियों के लिए खतरा: अंकुरित आलू न केवल विषैले होते हैं, बल्कि उनके पोषक तत्वों की गुणवत्ता भी कम हो जाती है। आलू में मौजूद स्टार्च अंकुर निकलने पर शर्करा में बदलने लगता है, जिससे इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बढ़ जाता है। यह मधुमेह रोगियों के लिए विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है।
खाने योग्य आलू की पहचान: यदि आलू में हल्के अंकुर हैं, वह कठोर है और हरा रंग अधिक नहीं है, तो उसे छिलका उतारकर और अंकुर हटाकर पकाया जा सकता है। लेकिन यदि आलू नरम, बहुत हरा या झुर्रियों वाला है, तो उसे खाना जोखिम भरा हो सकता है। ऐसे आलू को फेंक देना बेहतर है।
प्याज की स्थिति: प्याज पर अंकुर निकलना सामान्य है और यह उतना हानिकारक नहीं होता जितना अंकुरित आलू। प्याज में सोलनिन नहीं होता, लेकिन सल्फर यौगिक कुछ लोगों को गैस या अपच की समस्या दे सकते हैं। हालांकि, अंकुरित प्याज का स्वाद और बनावट प्रभावित हो सकती है।
खराब प्याज की पहचान: लंबे समय तक रखे जाने पर प्याज में फफूंद या सड़न विकसित हो सकती है। यदि प्याज नरम हो गया है, उसमें से बदबू आ रही है या उस पर फफूंद है, तो उसका सेवन करना खतरनाक हो सकता है। हल्के अंकुर वाले, सड़न रहित प्याज को छीलकर उपयोग किया जा सकता है।