इजरायली नौसेना ने ग्रेटा थनबर्ग के राहत जहाज को रोका

गाजा के लिए राहत सामग्री ले जा रहा जहाज जब्त
तेल अवीव/नई दिल्ली: स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग द्वारा संचालित राहत सामग्री ले जा रहा जहाज 'मैडलीन' इजरायली नौसेना द्वारा जब्त कर लिया गया है। यह घटना रविवार तड़के भूमध्य सागर में हुई, जहां इजरायली कमांडो ने अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में 12 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। इनमें यूरोपीय संसद की सदस्य रीमा हसन और अभिनेता लियाम कनिंघम भी शामिल हैं।
इजरायली कमांडो की कार्रवाई: 'फ्रीडम फ्लोटिला कोएलिशन' (FFC) के इस जहाज पर ग्रेटा थनबर्ग 1 जून को इटली के सिसिली से सवार हुई थीं। संगठन के अनुसार, कमांडो कार्रवाई से पहले क्वाडकॉप्टर जहाज के चारों ओर मंडरा रहे थे और जहाज पर सफेद रंग का पदार्थ छिड़का गया। इसके परिणामस्वरूप संचार प्रणाली पूरी तरह बाधित हो गई थी।
यूरोपीय सांसद रीमा हसन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कुछ तस्वीरें साझा की हैं, जिनमें जहाज के क्रू को लाइफ जैकेट पहनकर हाथ ऊपर करते हुए देखा जा सकता है। एक अन्य तस्वीर में ग्रेटा थनबर्ग भी नजर आ रही हैं।
All the passengers of the ‘selfie yacht’ are safe and unharmed. They were provided with sandwiches and water. The show is over. pic.twitter.com/tLZZYcspJO
— Israel Foreign Ministry (@IsraelMFA) June 9, 2025
FFC ने बाद में कहा कि 'मैडलीन' से संपर्क टूट गया है। इसके बाद संगठन ने ग्रेटा और अन्य कार्यकर्ताओं के पहले से रिकॉर्ड किए गए वीडियो जारी करने शुरू किए। एक वीडियो में ग्रेटा कहती हैं, “अगर आप यह वीडियो देख रहे हैं, तो हमें इजरायली बलों ने अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में रोका और अपहरण कर लिया है।”
इजरायल ने इस जहाज को 'सेलिब्रिटी सेल्फी नौका' करार दिया है। इजरायली विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह जहाज केवल मीडिया उकसावे और प्रचार के उद्देश्य से भेजा गया था। मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ग्रेटा का उद्देश्य केवल प्रसिद्धि हासिल करना था। इजरायल का कहना है कि जहाज पर मात्र 100 पाउंड से भी कम राहत सामग्री थी, जबकि पिछले दो हफ्तों में इजरायल ने 1,200 से अधिक सहायता ट्रक गाजा भेजे हैं।
तेल अवीव ने दावा किया है कि गाजा में अब तक 11 मिलियन से अधिक भोजन पैकेट पहुंचाए जा चुके हैं। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय राहत संगठनों ने चेतावनी दी है कि जब तक नाकाबंदी पूरी तरह नहीं हटाई जाती और सैन्य अभियान बंद नहीं होते, तब तक गाजा क्षेत्र अकाल की स्थिति में पहुंच सकता है।
इजरायली सरकार का कहना है कि गाजा की समुद्री नाकाबंदी 2007 से लागू है और इसका उद्देश्य हमास को हथियार पहुंचाने से रोकना है। इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने 'मैडलीन' को किसी भी कीमत पर गाजा में घुसने से रोकने के निर्देश दिए थे, जिसके कुछ घंटों बाद यह कार्रवाई की गई।