एयर इंडिया ने सुरक्षा कारणों से बदले अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के मार्ग

वेस्ट एशिया में बढ़ता तनाव
ईरान और इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष में अमेरिका की सीधी भागीदारी के बाद वेस्ट एशिया में स्थिति और भी गंभीर हो गई है। इस संदर्भ में, भारत की प्रमुख एयरलाइन एयर इंडिया ने अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के मार्गों में बदलाव करने का निर्णय लिया है। अब एयर इंडिया की उड़ानें फारस की खाड़ी के कुछ क्षेत्रों से नहीं गुजरेंगी।
एयर इंडिया का आधिकारिक नोटिफिकेशन
22 जून को जारी एक नोटिफिकेशन में एयर इंडिया ने बताया कि यह परिवर्तन यूरोप और उत्तरी अमेरिका की उड़ानों के लिए लागू किया गया है। कंपनी ने पहले ही ईरान, इराक और इजराइल के हवाई क्षेत्रों से बचने का निर्णय लिया था, लेकिन अब फारस की खाड़ी के कुछ हिस्सों से भी दूरी बनाए रखने का फैसला किया गया है।
सुरक्षा को प्राथमिकता
एयर इंडिया ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "खाड़ी क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच, एयर इंडिया समूह पुष्टि करता है कि हमारी उड़ानें वर्तमान में ईरान, इराक और इजराइल के हवाई क्षेत्रों से नहीं गुजर रही हैं। हम आने वाले दिनों में फारस की खाड़ी के ऊपर कुछ हवाई क्षेत्रों से भी बचेंगे और वैकल्पिक मार्गों का चयन करेंगे।"
उड़ानों के समय में वृद्धि
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि इस बदलाव के कारण संयुक्त अरब अमीरात, कतर, ओमान और कुवैत जैसी जगहों के लिए उड़ानों के समय में वृद्धि हो सकती है। नए मार्गों का उपयोग करने से न केवल उड़ानों का कुल समय बढ़ेगा, बल्कि संचालन की लागत और उड़ानों के शेड्यूल पर भी असर पड़ सकता है।
एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ानों में रद्दीकरण
सूत्रों के अनुसार, एयर इंडिया एक्सप्रेस ने कम लोड फैक्टर और वेस्ट एशिया के अस्थिर हालात को देखते हुए कुछ शहरों की उड़ानों को रद्द करने का निर्णय लिया है। हालांकि, एयर इंडिया एक्सप्रेस ने इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।
अतिरिक्त सुरक्षा उपाय
एयर इंडिया ने स्पष्ट किया है कि वह स्थिति पर पूरी नजर रखे हुए है और आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त सुरक्षा उपाय लागू करेगी। "हम अपने बाहरी सुरक्षा सलाहकारों के साथ मिलकर स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। यदि जरूरत पड़ी तो परिचालन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जाएंगे," कंपनी ने अपने बयान में कहा।