कोरोना मामलों में तेजी से वृद्धि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए आंकड़े

कोरोना संक्रमण में वृद्धि
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। रविवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले नौ दिनों में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगभग 1300 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसका अर्थ है कि इस अवधि में मामलों की संख्या 13 गुना बढ़ गई है। इसके साथ ही, संक्रमण से होने वाली मौतों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 30 मई तक केवल 11 मौतों की सूचना थी। इसका मतलब है कि पिछले दो दिनों में 17 नई मौतें दर्ज की गई हैं।
संक्रमण के नए आंकड़े
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, 22 मई को भारत में कोरोना के 257 मामले थे। नौ दिन बाद, 1 जून को यह संख्या बढ़कर 3,758 हो गई है। इसके अलावा, 1,818 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, केरल में सबसे अधिक 1,400 मामले हैं, जिनमें से 64 मामले पिछले 24 घंटे में सामने आए हैं। महाराष्ट्र में 485 और दिल्ली में 436 सक्रिय मामले हैं। दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 61 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
राज्यों में संक्रमण का फैलाव
पश्चिम बंगाल में कोरोना के 257 मामले हैं, लेकिन यहां एक दिन में सबसे अधिक नए मामले सामने आए हैं। पिछले 24 घंटे में पश्चिम बंगाल में 81 नए मामले दर्ज किए गए हैं। गुजरात में 55 और उत्तर प्रदेश में 32 नए मामले सामने आए हैं। कोरोना संक्रमण का दायरा पूरे देश में फैल रहा है, और पिछले एक सप्ताह में 19 राज्यों में नए मामले मिले हैं। हालांकि, कई विशेषज्ञों का मानना है कि जांचों में वृद्धि के कारण यह संख्या बढ़ रही है।
विशेषज्ञों की चिंता
हालांकि, विशेषज्ञों के लिए चिंता का विषय यह है कि 31 मई को बेंगलुरु में 63 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिसे दोनों वैक्सीन और बूस्टर डोज लग चुकी थी। इस व्यक्ति को सांस की दूसरी बीमारी भी थी। इस घटना के बाद चर्चा शुरू हो गई है कि क्या समय के साथ वैक्सीन का प्रभाव कम हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, केरल में 24 वर्षीय एक महिला की भी मौत हुई है। दिल्ली और उत्तर प्रदेश में एक-एक व्यक्ति की मौत की सूचना है।
संक्रमण की गंभीरता
कोरोना मामलों की तेजी से बढ़ती संख्या के बावजूद, यह दावा किया जा रहा है कि संक्रमण कम गंभीर है, इसलिए लोगों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। सरकार कोरोना की स्थिति पर नजर रखे हुए है। इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने बताया है कि कई राज्यों में वायरस के नमूनों की जीनोम सिक्वेंसिंग की गई है, जिससे पता चलता है कि सक्रिय मामलों में अचानक वृद्धि का कारण गंभीर नहीं है। यह भी कहा गया है कि नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट हैं, हालांकि इनमें से एक वैरिएंट इम्यूनिटी को कमजोर कर सकता है।