क्या TikTok की वापसी भारत में संभव है? जानें हालात
TikTok की स्थिति पर नया मोड़
नई दिल्ली: चीनी कंपनी ByteDance के अधीन TikTok लंबे समय से अमेरिका में जांच के दायरे में रहा है। एक वर्ष पूर्व पारित कानून के तहत TikTok को या तो बेचना या बैन होने का अल्टीमेटम दिया गया था। अब अमेरिकी निवेशकों के साथ एक डील साइन होने से TikTok ने वहां अपनी स्थिति को सुरक्षित कर लिया है। इस घटनाक्रम ने वैश्विक स्तर पर यह प्रश्न उठाया है कि क्या अन्य देश भी अपने दृष्टिकोण पर पुनर्विचार करेंगे।
अमेरिकी डील में क्या बदलाव आया है
नई डील के अनुसार, TikTok की अमेरिकी शाखा एक स्वतंत्र कंपनी के रूप में कार्य करेगी। इसमें अमेरिकी निवेशकों की बहुमत हिस्सेदारी होगी, जबकि ByteDance की हिस्सेदारी सीमित रहेगी। इस परिवर्तन का उद्देश्य अमेरिकी सरकार की डेटा और नियंत्रण से संबंधित चिंताओं को दूर करना है। अब TikTok के संचालन पर स्थानीय निगरानी अधिक सख्त होगी।
भारत में मामला क्यों है संवेदनशील
भारत में TikTok का मुद्दा केवल स्वामित्व तक सीमित नहीं है। यहां डेटा भंडारण, एल्गोरिदम नियंत्रण और विदेशी प्रभाव जैसे मुद्दे भी महत्वपूर्ण हैं। सरकार अब भी इस बात पर अडिग है कि जिन कारणों से बैन लगाया गया था, वे पूरी तरह समाप्त नहीं हुए हैं। ऐसे में केवल बिजनेस संरचना में बदलाव से भारत का रुख बदलना कठिन माना जा रहा है।
अफवाहें और वास्तविकता
TikTok की वापसी को लेकर समय-समय पर सोशल मीडिया पर अफवाहें फैली हैं। हालांकि, अब तक सरकार की ओर से बैन हटाने का कोई आधिकारिक संकेत नहीं मिला है। नीति स्तर पर कोई बदलाव सार्वजनिक रूप से नहीं किया गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वर्तमान स्थिति यथावत है।
भारतीय बाजार में बदलते ट्रेंड
TikTok के बैन के बाद भारत में इंस्टाग्राम रील्स, फेसबुक रील्स और यूट्यूब शॉर्ट्स ने मजबूत पकड़ बना ली है। कंटेंट क्रिएटर्स और ब्रांड्स अब इन प्लेटफार्मों पर शिफ्ट हो चुके हैं। ऐसे में यदि TikTok लौटता भी है, तो उसे पहले जैसा प्रभाव बनाना आसान नहीं होगा।
सरकार का संभावित निर्णय
विशेषज्ञों का मानना है कि TikTok की भारत में वापसी तभी संभव है जब सरकार की सभी सुरक्षा और डेटा से संबंधित शर्तें पूरी हों। फिलहाल ऐसा कोई संकेत नहीं है कि बैन जल्द हटेगा। भविष्य में सरकार का रुख ही तय करेगा कि TikTok के लिए भारत के दरवाजे फिर से खुलेंगे या नहीं।
