खाटू श्याम बाबा के भजन: श्रद्धा और भक्ति का संगम
खाटू श्याम बाबा का परिचय
खाटू श्याम बाबा, जिन्हें महाभारत के वीर बर्बरीक के रूप में जाना जाता है, भीम के पौत्र और घटोत्कच के पुत्र हैं। उनके वीरता और धर्म के प्रति निष्ठा के कारण उन्हें तीन वरदान वाले बाण प्राप्त हुए थे, जिनसे वे अकेले महाभारत युद्ध का परिणाम बदल सकते थे।
भगवान श्रीकृष्ण ने उनकी परीक्षा ली और उन्हें शीश दान करने का वरदान दिया। उन्होंने कहा कि कलियुग में वे मेरे रूप में पूजे जाएंगे और जो सच्चे मन से उनका नाम लेंगे, उनकी सभी इच्छाएं पूरी होंगी। उनका शीश राजस्थान के खाटू गांव में स्थापित है, जो आज खाटू श्याम धाम के नाम से प्रसिद्ध है।
खाटू श्याम जी के भजन
खाटू वाला खुद खाटू से,
तेरे लिए आएगा,
मोरछड़ी ले लीले चढ़के,
संग ख़ुशी लाएगा,
खाटू वाला खुद खाटू से,
तेरे लिए आएगा ॥
तुझको तो बस इतना करना,
श्याम से नेह लगाना है,
दीन दुखी निर्बल का हरदम,
तुझको साथ निभाना है,
तुझपे अपना प्रेम लुटाने,
तेरे लिए आएगा,
मोरछड़ी ले लीले चढ़के,
संग ख़ुशी लाएगा,
खाटू वाला खुद खाटू से,
तेरे लिए आएगा ॥
खाटू श्याम जी के गाने
खाटू वाले श्याम हमारे,
भक्तों के तू काज संवारे,
गिरते हुए को,
पल में संभाले तू,
सांवरे सांवरे सांवरे सांवरे ॥
जिसने भी चौखट पे अर्जी लगाई,
पल भर में बाबा ने कर ली सुनाई,
तेरी महिमा तू ही जाने,
हम तो हो गए तेरे दीवाने,
रखना तू हम पर दया,
खाटू वालें श्याम हमारे,
भक्तों के तू काज संवारे,
गिरते हुए को,
पल में संभाले तू,
सांवरे सांवरे सांवरे सांवरे ॥
सुन ले मेरी खाटू वाले
सुनले अर्ज मेरी खाटू वाले श्याम,
अर्ज मैं लिख रा सा सारा हाल तमाम,
ले सुनले अर्ज मेरी…..
पांच सात दे कोठी बंगले और बढ़िया सी गाड़ी,
स्विस बैंक में चाले खाते किस्मत लिखदे खट्टी,
बड़े बड़े साहूकारा में भी हो मेरा नाम,
ले सुनले अर्ज मेरी…..
