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गंगा एक्सप्रेसवे: उत्तर प्रदेश में विकास की नई दिशा

उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना का निर्माण तेजी से चल रहा है, जो मेरठ से प्रयागराज तक फैली होगी। यह एक्सप्रेसवे 594 किलोमीटर लंबा होगा और राज्य के 12 जिलों से होकर गुजरेगा। इस परियोजना का उद्देश्य यात्रा के समय को लगभग आठ घंटे कम करना है। पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर संजीव बालियान के प्रयासों से यह परियोजना सफल हो रही है। जानें इस महत्वपूर्ण विकास के बारे में और अधिक जानकारी।
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गंगा एक्सप्रेसवे: उत्तर प्रदेश में विकास की नई दिशा

उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण


उत्तर प्रदेश समाचार: योगी आदित्यनाथ की सरकार ने विकास पर ध्यान केंद्रित किया है। गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना, जो सड़क अवसंरचना में एक महत्वपूर्ण कदम है, मेरठ से प्रयागराज तक फैली होगी। यह एक्सप्रेसवे 594 किलोमीटर लंबा होगा और राज्य के 12 जिलों से होकर गुजरेगा। इसका मुख्य उद्देश्य पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बीच तेज़ और निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करना है।


यात्रा का समय घटेगा


गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से हो रहा है। हरिद्वार से प्रयागराज की यात्रा का समय लगभग आठ घंटे कम हो जाएगा। दोनों स्थानों के बीच की दूरी लगभग 860 किलोमीटर है। यह एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक चलेगा और हरिद्वार से भी जुड़ेगा। मेरठ में गंगा एक्सप्रेसवे का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। यह राजमार्ग 594 किलोमीटर लंबा होगा और 518 गांवों से होकर गुजरेगा। मेरठ-बुलंदशहर राजमार्ग पर बिजौली गांव से जुदापुर दादू गांव तक निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। मेरठ में 15 किलोमीटर का क्षेत्र लगभग पूरा हो चुका है, और बिजौली में एक इंटरचेंज भी तैयार है। लोग यहां आकर सेल्फी ले रहे हैं।


हरिद्वार से प्रयागराज की दूरी कम होगी


गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से हो रहा है। हरिद्वार से प्रयागराज की दूरी लगभग आठ घंटे कम हो जाएगी। यह एक्सप्रेसवे पूर्व और पश्चिम को जोड़ने के साथ-साथ सभ्यता और संस्कृति को एक सूत्र में बांधने का कार्य करेगा। प्रदेश सरकार ने फरवरी में बजट में गंगा एक्सप्रेसवे को हरिद्वार से जोड़ने की घोषणा की थी और इसके लिए 50 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया था। मेरठ में 15 किलोमीटर लंबी सड़क पर 43 संरचनाएं तैयार हैं। इसके बाद, गंगा एक्सप्रेसवे हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली और प्रतापगढ़ तक जाएगा।


पूर्व केंद्रीय मंत्री का योगदान


पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर संजीव बालियान ने गंगा एक्सप्रेसवे को हरिद्वार तक जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए थे। उन्होंने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कई बार मुलाकात की थी, जिसके परिणामस्वरूप यह परियोजना सफल हुई। सर्वेक्षण से यह पता चलेगा कि गंगा एक्सप्रेसवे किस मार्ग से हरिद्वार तक जोड़ा जाएगा, लेकिन जैसे-जैसे कार्य पूरा होगा, पश्चिम की गति तेज हो जाएगी।