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चंडीगढ़ एयरपोर्ट को पॉइंट ऑफ कॉल का दर्जा देने की मांग

चंडीगढ़ एयरपोर्ट को पॉइंट ऑफ कॉल का दर्जा देने की मांग उठाई गई है, जिससे यहां से विभिन्न देशों के लिए सीधी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू हो सकें। चंडीगढ़ के सांसद और व्यवसायियों ने इस मुद्दे को सिविल एविएशन कॉन्फ्रेंस में उठाया, जिसमें बताया गया कि एनआरआई की संख्या में वृद्धि हुई है। यदि यह दर्जा मिलता है, तो यह न केवल विदेश में रहने वाले लोगों के लिए बल्कि व्यापारियों के लिए भी फायदेमंद होगा।
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चंडीगढ़ एयरपोर्ट को पॉइंट ऑफ कॉल का दर्जा देने की मांग

चंडीगढ़ एयरपोर्ट को इंटरनेशनल फ्लाइट्स का दर्जा

चंडीगढ़ एयरपोर्ट को पॉइंट ऑफ कॉल का दर्जा मिलना चाहिए: 'इस क्षेत्र से विदेश यात्रा करने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हुई है। यहां नॉन रेजिडेंट इंडियन (एनआरआई) की संख्या भी बढ़ी है, जो लगातार यात्रा करते हैं। इसलिए, चंडीगढ़ एयरपोर्ट को पॉइंट ऑफ कॉल का दर्जा दिया जाना चाहिए, ताकि विभिन्न देशों के लिए सीधी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें उपलब्ध हो सकें।' यह मांग चंडीगढ़ प्रशासन ने देहरादून में आयोजित सिविल एविएशन कॉन्फ्रेंस-2025 में रखी है।


चंडीगढ़ एयरपोर्ट के लिए उठी मांग


चंडीगढ़ के सांसद और व्यवसायी लंबे समय से इस मांग को उठाते आ रहे हैं। इस कॉन्फ्रेंस में चंडीगढ़ के चीफ सेक्रेटरी राजीव वर्मा, डायरेक्टर ट्रांसपोर्ट प्रद्युमन सिंह और अन्य अधिकारियों ने भाग लिया। चंडीगढ़ में एनआरआई की संख्या अधिक है, जो यूके, यूएस, कनाडा, यूरोप और अन्य देशों से आते-जाते हैं। सीधी उड़ानें न होने के कारण उन्हें दिल्ली या अन्य एयरपोर्ट का सहारा लेना पड़ता है।


चंडीगढ़ एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की मांग कई बार उठाई जा चुकी है। पूर्व और वर्तमान सांसदों ने भी इस मुद्दे को उठाया है। उद्योगपतियों के एक समूह ने केंद्र से यह मांग की थी। वैश्विक स्तर पर व्यापार की संभावनाएं बढ़ी हैं। यदि यूके, यूरोप, सिंगापुर और अन्य देशों के लिए सीधी उड़ानें शुरू होती हैं, तो यह न केवल विदेश में रहने वाले लोगों के लिए बल्कि व्यवसायियों के लिए भी लाभकारी होगा।


पॉइंट ऑफ कॉल का अर्थ


यह एक प्रकार का समझौता है, जिसमें एक देश से दूसरे देश में उड़ानों के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं होती। इस समझौते के तहत यह पहले से तय होता है कि संबंधित देश आपस में उड़ानें संचालित कर सकते हैं। जिस एयरपोर्ट को पॉइंट ऑफ कॉल का दर्जा मिलता है, वहां से संबंधित देशों के लिए सीधी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करने का मार्ग प्रशस्त हो जाता है।


एयरपोर्ट के पुराने टर्मिनल के उपयोग की भी मांग की गई है, जो पिछले कई वर्षों से बंद पड़ा है। प्रशासन ने कहा है कि कम से कम घरेलू उड़ानों के संचालन के लिए टर्मिनल का उपयोग किया जाना चाहिए।


चंडीगढ़ एयरपोर्ट से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रा


• हर दिन 8000-10000 लोग घरेलू उड़ानों से यात्रा करते हैं।


• हर हफ्ते अबू धाबी के लिए दो उड़ानें - 700 से अधिक लोग आते-जाते हैं।


• दुबई के लिए रोजाना एक उड़ान - 2000-2500 लोग हर हफ्ते आते-जाते हैं।


एयरपोर्ट का वर्तमान स्थिति


चंडीगढ़ से वर्तमान में दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित हो रही हैं - एक दुबई के लिए और दूसरी अबू धाबी के लिए। एयरपोर्ट को पॉइंट ऑफ कॉल का दर्जा न मिलने के कारण अन्य देशों के लिए यहां से सीधी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें उपलब्ध नहीं हैं।