छल-कपट: दोस्ती, शादी और मर्डर की एक अनोखी कहानी

कहानी की शुरुआत: शालू की मौत
कहते हैं कि दोस्ती का रिश्ता सबसे अनमोल होता है, लेकिन कलियुग में कुछ भी संभव है। इस सीरीज 'छल-कपट' में दोस्ती के खून की कहानी है। श्रेया पिलगांवकर की यह नई सीरीज जी5 पर रिलीज हो चुकी है। अगर आप इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो आइए जानते हैं इसकी कहानी।
कहानी की शुरुआत एक शादी से होती है, जहां एलिशा और जुगल की शादी की तैयारियां चल रही हैं। इस शादी में शालू, एक प्रसिद्ध सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर, भी शामिल होती है। शालू एक मजबूत और आत्मनिर्भर महिला है, लेकिन शादी से पहले उसकी हत्या हो जाती है, जिससे असली 'छल-कपट' की शुरुआत होती है।
देविका राठौड़ की जांच
शालू की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए एसपी देविका राठौड़, जो श्रेया पिलगांवकर द्वारा निभाई गई हैं, आती हैं। देविका हर एक सुराग को जोड़ने की कोशिश करती हैं, लेकिन अपराधी तक नहीं पहुँच पातीं। उनके संदेह के घेरे में हर वह व्यक्ति आता है जो शादी में शामिल हुआ था। हालांकि, देविका हार नहीं मानती और अपनी जांच जारी रखती हैं।
सुसाइड या मर्डर?
शालू की मौत को पहले आत्महत्या का नाम दिया जाता है, लेकिन देविका इस मामले में गहराई से जांच करती हैं। दोस्ती, प्यार और विश्वास के बीच उठते सवालों के साथ, श्रेया पिलगांवकर की 'छल-कपट' की कहानी तेजी से आगे बढ़ती है।
कलियुग का छल-कपट
'छल-कपट' एक ऐसी कहानी है जहां दोस्ती जैसे पवित्र रिश्ते का भी खून होता है। यह कहानी एक पत्नी की जलन और उसके पति के साथ किसी अन्य महिला के रिश्ते की है। इस सीरीज को देखना जरूरी है, क्योंकि यह कलियुग के छल-कपट को उजागर करती है।