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जल जीवन मिशन: जींद में हर घर में पीने का पानी उपलब्ध कराने की योजना

जींद में जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर में पीने का पानी उपलब्ध कराने की योजना पर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में अधिकारियों ने जिले में 1,90,363 रिहायशी मकानों में पेयजल कनेक्शन की उपलब्धता की जानकारी दी। उपायुक्त ने गर्मियों में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जानें इस योजना के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
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जल जीवन मिशन: जींद में हर घर में पीने का पानी उपलब्ध कराने की योजना

जल जीवन मिशन के तहत पानी की उपलब्धता


  • जिला के 1,90,363 रिहायशी मकानों में पेयजल कनेक्शन उपलब्ध
  • पानी के सुरक्षित नए स्त्रोत बनाने के लिए आगामी 30 वर्षों का करें प्लान तैयार


(जींद) जल जीवन मिशन के अंतर्गत, जिले के हर घर में पर्याप्त मात्रा में पीने के पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने और भविष्य के 30 वर्षों के लिए सुरक्षित जल स्रोतों की योजना बनाने के लिए जल जीवन मिशन के निदेशक कमल किशोर सोन की अध्यक्षता में एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक आयोजित की गई।


इस बैठक में उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा, जन स्वास्थ्य विभाग के एसई विक्रम मोर, कार्यकारी अभियंता गुरमीत सिंह, जिला सलाहकार रणधीर मताना और अन्य संबंधित अधिकारी शामिल हुए।


पेयजल कनेक्शन की उपलब्धता

वीडियो कॉन्फ्रेंस में उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने सचिव को आश्वस्त किया कि हर घर जल योजना के तहत निर्धारित लक्ष्य को लगभग पूरा कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि जन स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, जिले में 1,90,363 रिहायशी मकान हैं, जिनमें सभी को पेयजल कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं।


इसके अतिरिक्त, जिले के 726 सरकारी स्कूलों में भी पानी की उपलब्धता का लक्ष्य पूरा किया गया है। 1236 आंगनवाड़ी केंद्रों में भी पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। जिले में दो वाटर क्वालिटी टेस्टिंग लैब भी कार्यरत हैं, जो समय-समय पर पानी की गुणवत्ता की जांच करती हैं।


जनता को पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने के निर्देश

उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गर्मियों में जनता को पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी उपलब्ध कराने में कोई लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा जल आपूर्ति के स्रोतों की नियमित जांच की जानी चाहिए।


जिले में जल आपूर्ति की निगरानी और जन शिकायतों के समाधान की प्रक्रिया को और मजबूत किया जाना चाहिए। सभी विभागों को मिलकर रिपोर्ट तैयार करनी चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की असंगति न हो। जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि हर नागरिक को स्वच्छ और सुरक्षित जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।