तेलंगाना में लोक अदालत ने एक दिन में सुलझाए 11 लाख मामले

तेलंगाना में अद्वितीय लोक अदालत का आयोजन
तेलंगाना में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत ने अद्वितीय उपलब्धि हासिल की, जब एक ही दिन में 11 लाख से अधिक मामलों का समाधान किया गया। यह उन लोगों के लिए एक नई शुरुआत है, जो वर्षों से न्याय की प्रतीक्षा कर रहे थे।तेलंगाना राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव सी.एच. पंचाक्षरी के अनुसार, इस दिन दो प्रकार के मामलों का निपटारा किया गया। इनमें से 3.63 लाख मामले ऐसे थे जो अदालत तक नहीं पहुंचे थे और आपसी सहमति से सुलझ गए। वहीं, 7.43 लाख मामले ऐसे थे जो विभिन्न अदालतों में वर्षों से लंबित थे। इन मामलों के निपटारे के साथ ही लोगों को 595 करोड़ रुपये के मुआवजे का आदेश भी दिया गया।
इस लोक अदालत की एक विशेष कहानी बी.टेक के छात्र पवन कुमार की है, जो 9 साल पहले एक सड़क दुर्घटना का शिकार हुए थे। उनका मामला वर्षों से चल रहा था, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल रहा था। शनिवार को लोक अदालत में बीमा कंपनी ने पवन को 1.20 करोड़ रुपये का मुआवजा देने पर सहमति जताई, जो उनके लिए एक बड़ी राहत थी।
लोक अदालत की विशेषता यह है कि यहां कोई कोर्ट फीस नहीं लगती। यदि आपका मामला पहले से किसी नियमित अदालत में चल रहा है और आप इसे लोक अदालत में सुलझाते हैं, तो आपकी जमा की गई कोर्ट फीस वापस मिल जाती है। इसके अलावा, फैसले जल्दी और आसानी से होते हैं, जिससे मामलों का निपटारा घंटों में हो जाता है। लोक अदालत का निर्णय दोनों पक्षों के लिए बाध्यकारी होता है, और इसके खिलाफ अपील नहीं की जा सकती। इस प्रक्रिया से सामान्य अदालतों का बोझ भी कम होता है, जिससे अन्य मामलों में तेजी आती है।