दिल्ली एयरपोर्ट पर तकनीकी समस्या से प्रभावित हुईं उड़ानें
दिल्ली एयरपोर्ट पर तकनीकी गड़बड़ी
दिल्ली एयरपोर्ट पर शुक्रवार को एक गंभीर तकनीकी समस्या उत्पन्न हुई, जब ऑटोमैटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम (AMSS) अचानक ठप हो गया। इस घटना के कारण एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को फ्लाइट डेटा को मैन्युअल रूप से प्रोसेस करना पड़ा, जिससे लगभग 100 उड़ानों का संचालन प्रभावित हुआ। यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा और कई उड़ानें देरी से रवाना हुईं। ATC का कार्य हवाई जहाजों की सुरक्षा और संचालन में महत्वपूर्ण होता है।
ATC सिस्टम की भूमिका
ATC (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) हवाई जहाजों की ट्रैफिक पुलिस की तरह कार्य करता है। यह उड़ानों की दिशा, ऊंचाई और गति को नियंत्रित करता है ताकि टकराव से बचा जा सके। इसमें ग्राउंड कंट्रोल, टावर कंट्रोल और अप्रोच कंट्रोल जैसे कई स्तर होते हैं, जो मिलकर हवाई ट्रैफिक को सुरक्षित बनाते हैं।
AMSS का महत्व
AMSS (ऑटोमैटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम) ATC का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो उड़ानों से संबंधित आवश्यक सूचनाओं को तेजी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजता है। जब यह सिस्टम ठप हो जाता है, तो कंट्रोलर को मैन्युअल रूप से फ्लाइट डेटा दर्ज करना पड़ता है, जिससे समय और सटीकता दोनों प्रभावित होते हैं।
ATC सिस्टम का कार्यप्रणाली
ATC रडार, रेडियो और डिजिटल संचार प्रणाली के माध्यम से पायलटों से संपर्क बनाए रखता है। यह फ्लाइट की स्थिति, ऊंचाई और दिशा की निगरानी करता है और सुरक्षित मार्ग का निर्धारण करता है। टेकऑफ से लेकर लैंडिंग तक सभी आदेश कंट्रोलर की निगरानी में होते हैं।
तकनीकी अपडेट की आवश्यकता
भारत के प्रमुख एयरपोर्ट्स जैसे दिल्ली और मुंबई में नया IP-AMSS सिस्टम स्थापित किया गया है, जो 99% समय बिना रुकावट कार्य करता है। हालांकि, किसी भी तकनीकी गड़बड़ी से ट्रैफिक सिस्टम पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में बैकअप सिस्टम और AI-आधारित मॉनिटरिंग भविष्य में आवश्यक साबित होगी।
यात्रियों पर प्रभाव और एहतियाती उपाय
ATC सिस्टम में आई तकनीकी खराबी का सीधा असर यात्रियों पर पड़ा। कई यात्रियों को घंटों एयरपोर्ट पर इंतजार करना पड़ा, जबकि कुछ उड़ानें रद्द भी की गईं। एयरपोर्ट प्राधिकरण ने यात्रियों की सहायता के लिए हेल्प डेस्क और अतिरिक्त सूचना काउंटर स्थापित किए। साथ ही, तकनीकी टीम ने सिस्टम की मरम्मत के साथ-साथ बैकअप व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कदम उठाए ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके।
