दिल्ली में भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता: ब्रेंडन लिंच की भूमिका और संभावनाएं

भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता का पुनरारंभ
ब्रेंडन लिंच कौन हैं: भारत और अमेरिका के बीच लंबे समय से रुकी हुई व्यापार वार्ता को फिर से शुरू करने के लिए आज दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जा रही है। द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर बातचीत पिछले कुछ समय से ठप थी, क्योंकि अगस्त में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाकर शुल्क को 50 प्रतिशत तक बढ़ा दिया था। इस निर्णय के कारण छठे दौर की वार्ता को स्थगित करना पड़ा। हालांकि, हाल ही में ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच सोशल मीडिया पर सकारात्मक संवाद के बाद अब बातचीत का रास्ता फिर से खुल गया है.
दिल्ली में वार्ताकारों की बैठक
दिल्ली में जुटे वार्ताकार
सोमवार की रात अमेरिकी प्रमुख वार्ताकार ब्रेंडन लिंच भारत पहुंचे हैं। वे मंगलवार को होने वाली बैठक में अमेरिकी टीम का नेतृत्व करेंगे। भारत की ओर से मुख्य व्यापार वार्ताकार और विशेष सचिव राजेश अग्रवाल इस वार्ता में शामिल होंगे। अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि यह बैठक केवल व्यापारिक मुद्दों पर केंद्रित होगी, जबकि भू-राजनीतिक विषयों पर चर्चा नहीं की जाएगी.
ब्रेंडन लिंच की प्रोफाइल
कौन हैं ब्रेंडन लिंच?
ब्रेंडन लिंच वर्तमान में अमेरिका के सहायक व्यापार प्रतिनिधि (USTR) हैं और एशिया सहित 15 देशों के व्यापार मामलों की जिम्मेदारी संभालते हैं। उन्होंने बोस्टन कॉलेज से अपनी पढ़ाई की और जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी से MBA की डिग्री प्राप्त की। 2013 में, वे अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय के कृषि विभाग से जुड़े और तब से उन्होंने दक्षिण एशिया, मध्य एशिया, इजराइल, मेक्सिको और रूस के साथ कई महत्वपूर्ण समझौतों में योगदान दिया है.
टैरिफ के प्रभाव
टैरिफ से बिगड़ा व्यापार संतुलन
टैरिफ में वृद्धि के बाद भारत से अमेरिका को निर्यात में कमी आई है। जुलाई में निर्यात का आंकड़ा 8.01 अरब डॉलर था, जो अगस्त में घटकर 6.86 अरब डॉलर रह गया। इस गिरावट ने दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों पर दबाव डाला है.
ट्रंप का सकारात्मक रुख
ट्रंप का नरम रुख
पिछले सप्ताह ट्रंप ने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी को एक अच्छे दोस्त के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि वे भारत के साथ व्यापार समझौते को आगे बढ़ाना चाहते हैं। मोदी ने भी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और वार्ता का स्वागत किया। इस नरमी ने दोनों पक्षों को फिर से बातचीत की मेज पर लाने में मदद की है.
भविष्य की संभावनाएं
उम्मीदें और आगे का रास्ता
विशेषज्ञों का मानना है कि आज की बैठक भविष्य की औपचारिक वार्ताओं का मार्ग प्रशस्त करेगी। यदि परिणाम सकारात्मक रहे, तो रुकी हुई BTA वार्ता फिर से गति पकड़ सकती है। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा है कि यह बैठक दोनों देशों की सकारात्मक सोच को दर्शाती है और आगे के लिए नई उम्मीदें जगाती है.