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पारले के नए पैकेट: जीएसटी सुधार के बाद ग्राहकों के लिए खुशखबरी

पारले, एक प्रमुख एफएमसीजी कंपनी, जीएसटी सुधार के बाद नए पैकेट और कम एमआरपी के साथ अपने उत्पादों को दिसंबर तक बाजार में पेश करने की योजना बना रही है। कंपनी के उपाध्यक्ष मयंक शाह ने बताया कि पहले चरण में बड़े पैकेट्स की कीमतें कम की जाएंगी, इसके बाद छोटे पैकेट्स में बदलाव होगा। इस सुधार से ग्राहकों को खरीदारी में राहत मिलेगी और व्यापार में आसानी बढ़ेगी। जानें इस बदलाव के बारे में और क्या है इसके पीछे का कारण।
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पारले के नए पैकेट: जीएसटी सुधार के बाद ग्राहकों के लिए खुशखबरी

पारले के नए उत्पादों की लॉन्चिंग

नई दिल्ली - जीएसटी सुधार लागू होने के बाद, पारले, जो कि एक प्रमुख फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) कंपनी है, अपने नए उत्पादों के कम एमआरपी और अधिक वजन वाले पैकेट दिसंबर तक बाजार में पेश करेगी। यह जानकारी कंपनी के उपाध्यक्ष मयंक शाह ने साझा की।


शाह ने बताया कि जीएसटी सुधार के बाद एफएमसीजी कंपनियों के लिए कीमतों में बदलाव करना आसान नहीं रहा है। टैक्स में कमी के कारण पैकेट के आकार, वजन और कीमत को लेकर कुछ भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है। इस पर विस्तार से चर्चा की गई है और आमतौर पर एफएमसीजी कंपनियों को अपने उत्पादों के पैकेज में बदलाव करने में लगभग डेढ़ से दो महीने का समय लगता है।


नए पैकेट के टाइमलाइन के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि पहले चरण में बड़े और अधिक एमआरपी वाले पैकेट्स की कीमतें कम की जाएंगी। इसके बाद, छोटे पैकेट्स जिनकी बाजार में हिस्सेदारी लगभग 60-70 प्रतिशत है, में बदलाव किया जाएगा। ये नए पैकेट नवंबर के अंत या दिसंबर की शुरुआत में ग्राहकों को दिखाई देने लगेंगे।


कम एमआरपी वाले उत्पादों पर चर्चा करते हुए शाह ने कहा कि 5 रुपए का पैकेट अब 4.5 रुपए और 10 रुपए का पैकेट 9 रुपए का हो सकता है। नए जीएसटी सुधार 22 सितंबर को लागू हुए थे, जिसमें सरकार ने दैनिक उपभोग से लेकर वाहनों पर टैक्स में भारी कटौती की थी। इस महीने की शुरुआत में 15वीं फाइनेंस कमीशन के चेयरमैन एनके सिंह ने कहा था कि जीएसटी सुधार से आम नागरिकों को राहत मिली है। इससे खरीदारी की क्षमता बढ़ी है और व्यापार में आसानी को बढ़ावा मिला है।


सिंह ने कहा, "जीएसटी सुधार का प्रभाव दिखने लगा है। इससे खरीदारी की क्षमता में वृद्धि हुई है और आम आदमी को राहत मिली है। इससे व्यापार और निवेश के माहौल में भी सुधार हुआ है और व्यापार में आसानी को बढ़ावा मिला है।" उन्होंने आगे कहा, "देश में एक बड़ा बाजार है, जो अभी भी अनछुआ है और यह निजी निवेश और सार्वजनिक-निजी भागीदारी के लिए एक बड़ा अवसर प्रस्तुत करता है।"