पुतिन का यूक्रेन संकट पर बयान: क्या युद्ध टाला जा सकता था?

यूक्रेन संकट पर पुतिन का दृष्टिकोण
यूक्रेन संकट: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वल्दाई डिस्कशन क्लब में अपने भाषण में यूक्रेन संकट पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि यदि अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प 2022 में सत्ता में होते या बाइडेन प्रशासन ने रूस के साथ सहयोग किया होता, तो संभवतः यूक्रेन में युद्ध को टाला जा सकता था। पुतिन ने यूक्रेन को पश्चिमी देशों का "प्रॉक्सी" बताते हुए कहा कि यह अब एक स्वतंत्र राष्ट्र के बजाय पश्चिमी हितों का साधन बन गया है।
यूक्रेन संकट: एक साझा त्रासदी
पुतिन ने यूक्रेन संकट को रूस और यूक्रेन के लिए एक साझा दुख बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि यूक्रेन को रूस के खिलाफ भड़काने वाले देशों ने न तो रूसी हितों की परवाह की और न ही यूक्रेनी जनता की। उनके अनुसार, अब यूक्रेन इन देशों के लिए "निकम्मा" बन चुका है।
Could Ukraine have been different? — Putin says 'if Trump had been in charge', maybe
— RT (@RT_com) October 2, 2025
'If Biden had been more cooperative' maybe
'If Ukraine had been a genuinely sovereign nation and not western PROXY' maybe https://t.co/rwwS5XD5Th pic.twitter.com/uummzbTurS
यूरोप में सैन्यीकरण पर चिंता
पुतिन ने यूरोप में बढ़ते सैन्यीकरण पर चिंता व्यक्त की और चेतावनी दी कि किसी भी खतरे का जवाब "काफी ठोस" होगा। उन्होंने यह भी कहा कि रूस हर स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है।