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बिना बिजली बिल के आठ साल तक घर चलाने की अनोखी कहानी

ग्लूबक्स ने बिना किसी सरकारी बिजली कनेक्शन के अपने घर को आठ वर्षों तक रोशन रखा है। उन्होंने पुराने लैपटॉप बैटरी पैक और सोलर पैनलों का उपयोग करके एक अनोखा पावर सिस्टम बनाया है। यह सिस्टम न केवल विश्वसनीय है, बल्कि DIY उत्साही लोगों के लिए प्रेरणा भी बन चुका है। जानें कैसे उन्होंने इस सिस्टम को विकसित किया और इसके पीछे की कहानी।
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बिना बिजली बिल के आठ साल तक घर चलाने की अनोखी कहानी

एक अनोखा पावर सिस्टम


नई दिल्ली: एक व्यक्ति ने बिना किसी सरकारी बिजली कनेक्शन के अपने घर को आठ वर्षों तक रोशन रखा है। वह टीवी, फ्रिज, लाइट और अन्य उपकरणों के लिए किसी कंपनी पर निर्भर नहीं है। न तो बिजली का बिल है और न ही बिजली कटने का डर—सिर्फ उसका खुद का निर्मित पावर सिस्टम, जो हर मौसम में पूरे घर को चलाने की क्षमता रखता है। यह अनोखा जुगाड़ अब इंटरनेट पर चर्चा का विषय बन गया है। इस व्यक्ति का नाम ग्लूबक्स है, जिसने 2016 में एक छोटे से ऑनलाइन फोरम पर अपने सफर की शुरुआत की थी।


ग्लूबक्स ने पुराने लैपटॉप बैटरी पैक और कुछ बुनियादी उपकरणों का उपयोग करके एक ऑफ-ग्रिड सेटअप तैयार किया, जिसने उसकी जिंदगी को बदल दिया। नौ साल बाद, यह सिस्टम न केवल लगातार काम कर रहा है, बल्कि यह दुनिया भर के DIY उत्साही लोगों के लिए प्रेरणा भी बन चुका है।


लैपटॉप बैटरियों से नई रोशनी

ग्लूबक्स के पास शुरुआत में केवल 650 पुराने लैपटॉप बैटरी पैक थे। हर बैटरी की उम्र अलग थी, जिससे सिस्टम में समस्याएं आती थीं। लेकिन उन्होंने हर सेल का परीक्षण किया और खराब सेल को हटा दिया। अच्छे सेल को 100 Ah ब्लॉकों में जोड़कर घर से 50 मीटर दूर एक शेड में सुरक्षित रखा। यही ब्लॉक अब घर का मुख्य पावर स्रोत बन गए हैं।


सोलर पैनलों का विस्तार

ग्लूबक्स ने 2016 में 1.4 kW सोलर पैनलों से शुरुआत की और धीरे-धीरे सिस्टम को बढ़ाया। बाद में, उन्होंने 440 वाट क्षमता के 24 नए पैनल लगाए, जिससे सर्दियों और बादलों के दिनों में भी बैटरियां पूरी तरह चार्ज हो जाती हैं। इस बढ़ती क्षमता ने पूरे सेटअप को लंबे समय तक स्थिर और विश्वसनीय बना दिया।


स्टोरेज क्षमता में वृद्धि

शुरुआत में स्टोरेज केवल 7 kWh तक सीमित थी, लेकिन अब यह 56 kWh तक पहुंच गई है। इस स्टोरेज क्षमता के कारण कई दिनों तक धूप न निकलने पर भी घर की बिजली नहीं रुकती। कुछ हिस्सों में पुरानी फोर्कलिफ्ट बैटरी भी सिस्टम का भार संतुलित करने में मदद करती है, जिससे घर निरंतर बिजली प्राप्त करता है।


आठ साल में कोई खराबी नहीं

सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि ग्लूबक्स के सिस्टम में आज तक एक भी बैटरी सेल खराब नहीं हुआ। हजारों सेल को छांटना, बैलेंस करना और फिर ब्लॉक में जोड़ना बेहद मेहनत का काम था। लेकिन उनकी बारीकी और सावधानी ने सिस्टम को इतना मजबूत बना दिया कि यह वर्षों तक लगातार चलता रहा।


DIY दुनिया में प्रेरणा

ग्लूबक्स का 24-वोल्ट सिस्टम, 3 kW इन्वर्टर के साथ पूरे घर को बिजली प्रदान करता है। टीवी, फ्रिज, लाइट और अन्य उपकरण बिना किसी रुकावट के चलते हैं। आसपास बिजली कटने पर भी उनके घर की रोशनी हमेशा जलती रहती है। ग्लूबक्स का प्रयोग अब विश्वभर में उन लोगों के लिए एक उदाहरण बन गया है, जो ई-वेस्ट और तकनीक का बेहतर उपयोग करना चाहते हैं।