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भारत में कोविड-19 मामलों में वृद्धि: स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट

भारत में कोविड-19 के मामलों में हालिया वृद्धि के साथ, स्वास्थ्य मंत्रालय ने नए आंकड़े जारी किए हैं। पिछले 24 घंटों में 685 नए मामले सामने आए हैं, जबकि चार मौतें भी हुई हैं। कर्नाटक सरकार ने स्कूलों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं, जिसमें बुखार और खांसी वाले बच्चों को स्कूल न भेजने की सलाह दी गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारियों के बारे में भी जानकारी दी है। जानें और क्या है स्थिति और प्रभावित राज्य कौन से हैं।
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भारत में कोविड-19 मामलों में वृद्धि: स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट

कोविड-19 मामलों में वृद्धि

भारत में कोविड-19 के मामलों में एक बार फिर वृद्धि देखी जा रही है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 31 मई 2025 को जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में वर्तमान में 3,395 सक्रिय कोविड-19 मामले हैं। पिछले 24 घंटों में 685 नए मामले सामने आए हैं।


मौतों और ठीक होने की संख्या

पिछले 24 घंटों में 4 मौतें, 1,435 मरीज स्वस्थ हुए
पिछले 24 घंटे में कोविड-19 से चार और मौतें हुईं, जो कि पिछले दिन की सात मौतों की तुलना में कम हैं। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक और केरल में एक-एक मौत हुई। मंत्रालय के अनुसार, 1 जनवरी 2025 से अब तक कोविड-19 से 26 मौतें हो चुकी हैं। इस अवधि में 1,435 मरीज ठीक होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हुए हैं।


सर्वाधिक प्रभावित राज्य

ये 8 राज्य सबसे अधिक प्रभावित
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, केरल (1,336 मामले), महाराष्ट्र (467 मामले), दिल्ली (375 मामले), गुजरात (265 मामले), कर्नाटक (234 मामले), पश्चिम बंगाल (205 मामले), तमिलनाडु (185 मामले) और उत्तर प्रदेश (117 मामले) में 100 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।


कर्नाटक सरकार की एडवाइजरी

स्कूलों के लिए नई गाइडलाइन
कर्नाटक में कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए, सरकार ने अभिभावकों से अनुरोध किया है कि वे बुखार, खांसी, या सर्दी जैसे लक्षण वाले बच्चों को स्कूल न भेजें। शुक्रवार रात को जारी एक परिपत्र में कहा गया, "यदि स्कूली बच्चों में बुखार, खांसी, या सर्दी के लक्षण दिखें, तो उन्हें स्कूल न भेजें और डॉक्टर की सलाह के अनुसार उचित उपचार करें।"


केंद्र सरकार की तैयारियां

स्वास्थ्य मंत्रालय की सतर्कता
केंद्रीय स्वास्थ्य और आयुष राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने शुक्रवार को कहा, "हमारा केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग और आयुष मंत्रालय पूरी तरह से सतर्क है और सभी राज्यों की स्थिति पर ध्यान दे रहा है। हमने पहले कोविड लहरों के दौरान बनाए गए ऑक्सीजन प्लांट और आईसीयू बेड जैसी सुविधाओं की समीक्षा की है और आवश्यक तैयारियां कर ली हैं। हमारी स्वास्थ्य प्रणाली किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।"