श्री विश्वकर्मा विश्वविद्यालय के छात्रों की अनोखी सफाई मशीन: मोबाइल से होगी सफाई

श्री विश्वकर्मा विश्वविद्यालय: पलवल में छात्रों का अनोखा आविष्कार
पलवल में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के छात्रों ने एक नई सफाई मशीन का निर्माण किया है, जो झाड़ू और पोंछा दोनों का कार्य करती है। इस मशीन की लागत मात्र ₹8000 है।
इस मशीन को मोबाइल ऐप के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है, जो इसे और भी खास बनाता है। यह इनोवेशन न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है।
छात्रों की मेहनत और रचनात्मकता
इस अनोखी सफाई मशीन का निर्माण छात्रों सागर सिंह, वृन्दा शर्मा, भूमिका शर्मा और मोहित ने किया है। यह मशीन वैक्यूम क्लीनर की तरह धूल और गंदगी को खींचने के साथ-साथ फर्श की सफाई भी करती है।
कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने इस उपलब्धि की सराहना की है और इसे छात्रों की मेहनत का परिणाम बताया है। उन्होंने कहा कि यह हरियाणा के लिए गर्व का क्षण है।
मोबाइल ऐप से आसान संचालन
इस मशीन की एक प्रमुख विशेषता यह है कि इसे मोबाइल ऐप के जरिए नियंत्रित किया जा सकता है। छात्रा वृन्दा शर्मा ने बताया कि मशीन में तीन इंफ्रारेड सेंसर, एक अल्ट्रासोनिक सेंसर, बीएलडीसी मोटर और डीसी मोटर शामिल हैं।
यह मशीन माइक्रोकंट्रोलर द्वारा संचालित होती है और ब्लूटूथ के माध्यम से मोबाइल से जुड़ती है। यह केवल 800 मिलीलीटर पानी का उपयोग करके एक पूरे कमरे की सफाई कर सकती है।
हर घर और ऑफिस के लिए उपयोगी
यह मशीन घरों और कार्यालयों में सफाई को सरल बनाने का वादा करती है। आमतौर पर पोंछा लगाना थकाऊ होता है, लेकिन इस मशीन ने इसे आसान बना दिया है।
कुलपति ने कहा कि ऐसे इनोवेशन को प्रोत्साहित किया जाएगा। यह मशीन पर्यावरण के अनुकूल है, क्योंकि यह कम पानी और ऊर्जा का उपयोग करती है। यह पलवल के छात्रों की प्रतिभा का प्रतीक है और भविष्य में और बड़े आविष्कारों की उम्मीद जगाती है।