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हरियाणा कृषि यंत्र सब्सिडी: किसानों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि नजदीक

हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए कृषि यंत्रों पर 50% तक सब्सिडी की घोषणा की है। यह योजना 2025-26 के लिए लागू की गई है, जिसका उद्देश्य किसानों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाना है। आवेदन की अंतिम तिथि 20 अगस्त है, और किसान विभागीय पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस योजना से न केवल आर्थिक लाभ होगा, बल्कि खेतों में फसल अवशेष प्रबंधन भी बेहतर होगा। जानें पूरी प्रक्रिया और लाभ।
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हरियाणा कृषि यंत्र सब्सिडी: किसानों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि नजदीक

हरियाणा कृषि यंत्र सब्सिडी योजना का विवरण

हरियाणा कृषि यंत्र सब्सिडी: किसानों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि नजदीक: हरियाणा सरकार ने किसानों को आधुनिक कृषि उपकरणों पर 50% तक अनुदान देने की योजना की घोषणा की है। यह योजना वर्ष 2025-26 के लिए आर.के.वी.आई. स्कीम के फसल अवशेष प्रबंधन घटक के अंतर्गत लागू की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाना और खेतों में फसल अवशेषों का बेहतर प्रबंधन करना है।


किसान इस योजना के तहत स्ट्रा-बेलर, हे-रेक, हेप्पी सीडर, स्मार्ट सीडर, मल्चर, सुपर सीडर, जीरो ड्रील, सरफेस सीडर, रोटरी स्लेशर, और ट्रैक्टर माउंटेड लोडर (बिना ट्रैक्टर) जैसी मशीनों पर सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। (farm equipment subsidy Haryana) और (agricultural machinery grant) जैसी योजनाएं किसानों को कम लागत में आधुनिक तकनीक उपलब्ध कराती हैं।


आवेदन की अंतिम तिथि और प्रक्रिया


इस योजना के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 20 अगस्त निर्धारित की गई है। किसान विभागीय पोर्टल agriharyana.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करते समय यह ध्यान रखना आवश्यक है कि जिस मशीन पर किसान आवेदन कर रहा है, उस पर उसने पिछले तीन वर्षों में किसी भी योजना के तहत सब्सिडी न ली हो।


एक किसान अधिकतम चार विभिन्न प्रकार के कृषि यंत्रों के लिए आवेदन कर सकता है, लेकिन सब्सिडी केवल एक मशीन पर ही दी जाएगी। (online application agriharyana) प्रक्रिया को सरल और मोबाइल फ्रेंडली बनाया गया है ताकि ग्रामीण किसान भी आसानी से इसका लाभ उठा सकें।


किसानों को मिलेगा तकनीकी लाभ


इस योजना से किसानों को न केवल आर्थिक राहत मिलेगी, बल्कि खेतों में फसल अवशेष प्रबंधन भी बेहतर होगा। (farm residue management Haryana) के तहत दी जा रही मशीनें पर्यावरण के अनुकूल हैं और खेतों की उत्पादकता बढ़ाने में मदद करेंगी।


(tractor mounted loader scheme) और (happy seeder Haryana) जैसी मशीनें परंपरागत खेती को आधुनिक रूप देने में सहायक हैं। सरकार का उद्देश्य है कि हर किसान तक यह सुविधा पहुंचे और खेती को लाभकारी बनाया जा सके।