हरियाणा में जासूसी का मामला: यूट्यूबर वसीम अकरम गिरफ्तार, ISI से जुड़े आरोप

हरियाणा में जासूसी का मामला
हरियाणा पुलिस ने पलवल जिले में एक यूट्यूबर को पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी हाल ही में इसी जिले में एक अन्य व्यक्ति की गिरफ्तारी के बाद हुई है, जो एक बड़े जासूसी नेटवर्क की ओर इशारा करती है।
आरोपी की पहचान
गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान वसीम अकरम के रूप में हुई है, जो पलवल के हथीन उपमंडल के कोट गांव का निवासी है। वह एक यूट्यूब चैनल चलाता था, जो मेवात की संस्कृति और इतिहास पर केंद्रित था, और अपने पिता के एक स्थानीय अस्पताल में भी मदद करता था।
गिरफ्तारी की प्रक्रिया
अकरम को पलवल सीआईए ने पीएसआई दीपक गुलिया की निगरानी में गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई अलीमेव गांव के एक अन्य आरोपी तौफीक से मिली जानकारी के आधार पर की गई, जिसे 26 सितंबर को इसी मामले में हिरासत में लिया गया था।
पाकिस्तानी संपर्क
जांच में पता चला है कि अकरम ने 2021 में पाकिस्तान जाने के लिए वीजा आवेदन करते समय पाकिस्तानी हाईकमीशन के कर्मचारी दानिश से संपर्क किया था। तब से, वह व्हाट्सएप और अन्य इंटरनेट कॉलिंग ऐप्स के माध्यम से अपने आकाओं से जुड़ा रहा। पुलिस के अनुसार, अकरम ने संवेदनशील जानकारियाँ साझा कीं और दिल्ली की यात्रा के दौरान एक सिम कार्ड भी प्रदान किया।
डिजिटल सबूत
अकरम के फोन की जांच में कई संदिग्ध व्हाट्सएप चैट मिलीं, जिनमें से कुछ डिलीट कर दी गई थीं। साइबर फोरेंसिक विशेषज्ञ अब इन मिटाए गए संदेशों को पुनः प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि किस प्रकार की संवेदनशील जानकारी साझा की गई थी।
परिवार का बयान
अकरम के परिवार ने यह दावा किया है कि वह कभी पाकिस्तान नहीं गया और केवल अपने पिता के इलाज में मदद करता था। हालांकि, पुलिस का कहना है कि पूछताछ और डिजिटल सबूतों से सीमा पार के संबंधों का पता चलता है।
पिछली गिरफ्तारी से संबंध
अकरम की गिरफ्तारी तौफीक की गिरफ्तारी के बाद हुई, जिस पर 2022 से पाकिस्तान को संवेदनशील जानकारी भेजने का आरोप है। तौफीक की पूछताछ के दौरान अकरम की भूमिका का खुलासा हुआ, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। दोनों पर अब राजद्रोह और राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनों के तहत आरोप लगाए गए हैं।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने पलवल अपराध शाखा को मामले की गहन जांच के निर्देश दिए हैं। इंटेलिजेंस ब्यूरो ने भी स्थानीय पुलिस के साथ सहयोग किया है। अधिकारियों ने संकेत दिया है कि जांच के दौरान और गिरफ्तारियाँ हो सकती हैं।